कोलकाता में वायु गुणवत्ता कहीं ‘खराब’ तो कहीं ‘बेहद खराब’ श्रेणी में
punjabkesari.in Saturday, Nov 27, 2021 - 03:42 PM (IST)
कोलकाता, 27 नवंबर (भाषा) कोलकाता में वायु गुणवत्ता शनिवार को “खराब” से “बेहद खराब” श्रेणी के बीच दर्ज की गई। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्मॉग को प्रदूषण का कारण बताया जो साल के इस मौसम में आम बात है।
अधिकारी ने कहा कि शहर में वायु गुणवत्ता का स्तर पिछले एक सप्ताह में “मध्यम” से “खराब” हो गया। उन्होंने बताया कि शनिवार को उत्तर कोलकाता में रवींद्र भारती वायु निगरानी स्टेशन पर अपराह्न एक बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 312 दर्ज किया गया जो कि “बेहद खराब” श्रेणी में था।
पर्यावरण कार्यकर्ता एस एम घोष ने कहा कि वायु गुणवत्ता की ऐसी स्थिति से बीटी रोड, कोसीपुर, सिन्थि, उत्तर दमदम, पैकपारा इलाकों में रहने वाले लोग जो कोविड-19 से प्रभावित हैं, उन्हें सांस की गंभीर समस्या हो सकती है।
उन्होंने कहा कि नवंबर में रवींद्र भारती वायु निगरानी स्टेशन पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 270 से 320 के बीच रहा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी ने कहा कि शनिवार अपराह्न एक बजे बालीगंज में एक्यूआई 245 और यादवपुर में 224 दर्ज किया गया।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अधिकारी ने कहा कि शहर में वायु गुणवत्ता का स्तर पिछले एक सप्ताह में “मध्यम” से “खराब” हो गया। उन्होंने बताया कि शनिवार को उत्तर कोलकाता में रवींद्र भारती वायु निगरानी स्टेशन पर अपराह्न एक बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 312 दर्ज किया गया जो कि “बेहद खराब” श्रेणी में था।
पर्यावरण कार्यकर्ता एस एम घोष ने कहा कि वायु गुणवत्ता की ऐसी स्थिति से बीटी रोड, कोसीपुर, सिन्थि, उत्तर दमदम, पैकपारा इलाकों में रहने वाले लोग जो कोविड-19 से प्रभावित हैं, उन्हें सांस की गंभीर समस्या हो सकती है।
उन्होंने कहा कि नवंबर में रवींद्र भारती वायु निगरानी स्टेशन पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 270 से 320 के बीच रहा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी ने कहा कि शनिवार अपराह्न एक बजे बालीगंज में एक्यूआई 245 और यादवपुर में 224 दर्ज किया गया।
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