बांग्लादेश सांप्रदायिक हिंसा : इस्कॉन सदस्यों ने निकाला कैंडल मार्च
punjabkesari.in Monday, Oct 18, 2021 - 03:24 PM (IST)
कोलकाता, 17 अक्टूबर (भाषा) बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर पर हुए हमले के विरोध में रविवार को इस्कॉन मायापुर एवं कोलकाता के सदस्यों ने प्रदर्शन कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने मंदिर पर हमले के विरोध में दोनों जगहों पर कैंडल मार्च निकाला तथा कीर्तन गाया और ''हरे कृष्णा'' के नारे लगाए।
दो दिन पहले बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर पर हुए हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी और कई अन्य लोग घायल हो गए थे।
कोलकाता में प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश उप उच्चायोग के बाहर लगभग दो घंटे तक प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए उप उच्चायोग के प्रवेश द्वार पर बैरिकेड लगा दिए थे।
मायापुर इस्कॉन का वैश्विक मुख्यालय है। इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कंससनेस (इस्कॉन) कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने कहा, "हम दुखी और आहत हैं। हम शांति और भाईचारे को बढ़ावा देते हैं। भीड़ हमें कैसे निशाना बना सकती है? हम हमेशा नोआखली (बांग्लादेश में) के लोगों के पक्ष में रहे हैं।"
दास ने यह भी कहा कि इस्कॉन के सदस्य सोमवार को दुनिया भर में बांग्लादेश के सभी दूतावासों, वाणिज्य दूतावासों, उच्चायोगों के बाहर प्रदर्शन करेंगे तथा अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी।
उन्होंने कहा कि घटना के विरोध में संयुक्त राष्ट्र को एक पत्र लिखा गया है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
प्रदर्शनकारियों ने मंदिर पर हमले के विरोध में दोनों जगहों पर कैंडल मार्च निकाला तथा कीर्तन गाया और ''हरे कृष्णा'' के नारे लगाए।
दो दिन पहले बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर पर हुए हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी और कई अन्य लोग घायल हो गए थे।
कोलकाता में प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश उप उच्चायोग के बाहर लगभग दो घंटे तक प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए उप उच्चायोग के प्रवेश द्वार पर बैरिकेड लगा दिए थे।
मायापुर इस्कॉन का वैश्विक मुख्यालय है। इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कंससनेस (इस्कॉन) कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने कहा, "हम दुखी और आहत हैं। हम शांति और भाईचारे को बढ़ावा देते हैं। भीड़ हमें कैसे निशाना बना सकती है? हम हमेशा नोआखली (बांग्लादेश में) के लोगों के पक्ष में रहे हैं।"
दास ने यह भी कहा कि इस्कॉन के सदस्य सोमवार को दुनिया भर में बांग्लादेश के सभी दूतावासों, वाणिज्य दूतावासों, उच्चायोगों के बाहर प्रदर्शन करेंगे तथा अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी।
उन्होंने कहा कि घटना के विरोध में संयुक्त राष्ट्र को एक पत्र लिखा गया है।
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