कूच बिहार प्रकरण का कोई वीडियो नहीं, सीआईएसएफ को क्लीन चिट काल्पनिक रिपोर्टों पर आधारित:बिमान

punjabkesari.in Monday, Apr 12, 2021 - 06:55 PM (IST)

कोलकाता, 12 अप्रैल (भाषा) वाम दलों, कांग्रेस और आईएसएफ के गठबंधन संयुक्त मोर्चा ने सोमवार को इस बात पर जोर दिया कि चुनाव आयोग की सत्यनिष्ठा पर कभी सवाल खड़ा नहीं होना चाहिए। साथ ही, यह जानना चाहा कि कूच बिहार गोलीबारी की घटना का कोई वीडियो उपलब्ध नहीं है,ऐसे में आयोग को सीआईएसएफ के पक्ष का समर्थन करने के लिए किस चीज ने प्रेरित किया।
पुलिस के मुताबिक, कूच बिहार के सीतलकूची इलाके में शनिवार को एक मतदान केंद्र के बाहर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों की गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई थी। स्थानीय लोगों द्वारा कथित तौर पर सुरक्षाकर्मियों की राइफलें छीनने की कोशिश किये जाने के बाद यह घटना हुई थी।
चुनाव आयोग ने सीआईएसएफ जवानों को क्लीन चिट दे दी थी और कहा कि उन्हें अपनी आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी।
माकपा के वरिष्ठ नेता बिमान बोस के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने आज दिन में मुख्य निर्वाचन अधिकारी आरिज आफताब से मुलाकात की।
बोस ने दलील दी कि चुनाव आयोग की रिपोर्ट काल्पनिक रिपोर्टों पर आधारित है, जो जिला प्रशासन और कूच बिहार के पुलिस अधीक्षक ने सौंपी थी।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा क्यों है कि किसी ने भी घटना का मोबाइल फोन पर वीडियो नहीं बनाया? मीडियाकर्मी से लेकर आम आदमी तक, हर किसी के पास स्मार्टफोन है। चुनाव आयोग ने कहा कि केंद्रीय बलों को गोली चलाने के लिए मजबूर होना पड़ा था। लेकिन जिलाधिकारी और एसपी की रिपोर्ट स्पष्ट नहीं है। ’’
बोस ने इस बात पर भी जोर दिया कि चुनाव आयोग की सत्यनिष्ठा हमेशा ही अक्षुण्ण रही है और अब सवाल खड़े होने की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने सीईओ से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि हिंसा भड़काने वाले भाषण देने के बाद कोई भी बचना नहीं चाहिए।
बोस ने कहा कि चुनाव आयोग को भाजपा नेता दिलीप घोष के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, जिन्होंने विधानसभा चुनाव के अगले चरणों में सीतलकूची जैसी और भी हत्याओं की चेतावनी दी थी।
बंगाल भाजपा अध्यक्ष घोष ने रविवार को यह कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया कि अगर ‘‘सीतलकूची में मारे गए शरारती लड़कों की तरह’’ किसी ने कानून हाथ में लेने का प्रयास किया तो विधानसभा चुनावों के अगले चरण में भी कूचबिहार की तरह हत्याएं हो सकती हैं।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अब्दुल मन्नान ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात के बाद कहा, ‘‘लोगों का चुनाव आयोग में विश्वास कम हो रहा है। ’’


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