ममता ने धनखड़ को संविधान के दायरे में रहने की सलाह दी
punjabkesari.in Sunday, Sep 27, 2020 - 12:41 AM (IST)
कोलकाता, 26 सितंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ को पत्र लिखकर कहा कि उन्हें संविधान के दायरे में रहना चाहिए।
धनखड़ द्वारा कानून एवं व्यवस्था को लेकर राज्य के पुलिस प्रमुख को लिखे गए पत्र के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने क्षोभ व्यक्त किया।
बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को लिखे नौ पृष्ठों के पत्र में कहा कि राज्यपाल की ओर से लगाए गए आक्षेपों में पुलिस और राज्य सरकार के खिलाफ अपुष्ट निर्णय और कटाक्ष शामिल हैं।
उन्होंने कहा, '''' मैं आपके पत्र और पुलिस महानिदेशक को संबोधित टिप्पणी को पढ़ने के बाद बेहद उदास और दुखी हुई, जिसे मेरे समक्ष प्रस्तुत किया गया था। साथ ही साथ इस बारे में आपके ट्विटर पोस्ट को देखकर भी दुख हुआ।''''
बनर्जी ने लिखा, '''' अनुच्छेद 163 के अनुसार, आपको अपने मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिपरिषद की सहायता और सलाह के अनुसार कार्य करना अनिवार्य है जो हमारे लोकतंत्र का सार है।''''
मुख्यमंत्री ने कहा, ''''शक्तियों की सीमा पार कर मुख्यमंत्री पद की अनदेखी करने और राज्य के अधिकारियों को आदेश देने से दूर रहें।''''
इस महीने की शुरुआत में पुलिस महानिदेशक वीरेंद्र को लिखे पत्र में धनखड़ ने राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की थी।
इस पर डीजीपी की ओर से दो लाइन का जवाब दिए जाने के बाद धनखड़ ने उन्हें 26 सितंबर तक मुलाकात करने और कानून एवं व्यवस्था में सुधार के लिए उठाए गए कदमों का विवरण देने को कहा था।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
धनखड़ द्वारा कानून एवं व्यवस्था को लेकर राज्य के पुलिस प्रमुख को लिखे गए पत्र के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने क्षोभ व्यक्त किया।
बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को लिखे नौ पृष्ठों के पत्र में कहा कि राज्यपाल की ओर से लगाए गए आक्षेपों में पुलिस और राज्य सरकार के खिलाफ अपुष्ट निर्णय और कटाक्ष शामिल हैं।
उन्होंने कहा, '''' मैं आपके पत्र और पुलिस महानिदेशक को संबोधित टिप्पणी को पढ़ने के बाद बेहद उदास और दुखी हुई, जिसे मेरे समक्ष प्रस्तुत किया गया था। साथ ही साथ इस बारे में आपके ट्विटर पोस्ट को देखकर भी दुख हुआ।''''
बनर्जी ने लिखा, '''' अनुच्छेद 163 के अनुसार, आपको अपने मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिपरिषद की सहायता और सलाह के अनुसार कार्य करना अनिवार्य है जो हमारे लोकतंत्र का सार है।''''
मुख्यमंत्री ने कहा, ''''शक्तियों की सीमा पार कर मुख्यमंत्री पद की अनदेखी करने और राज्य के अधिकारियों को आदेश देने से दूर रहें।''''
इस महीने की शुरुआत में पुलिस महानिदेशक वीरेंद्र को लिखे पत्र में धनखड़ ने राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की थी।
इस पर डीजीपी की ओर से दो लाइन का जवाब दिए जाने के बाद धनखड़ ने उन्हें 26 सितंबर तक मुलाकात करने और कानून एवं व्यवस्था में सुधार के लिए उठाए गए कदमों का विवरण देने को कहा था।
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