सीमावर्ती पुलों का मानसरोवर श्रद्धालुओं और क्षेत्र की आर्थिक विकास पर सकारात्मक असर पड़ेगा : रावत
punjabkesari.in Monday, Oct 12, 2020 - 09:04 PM (IST)
देहरादून 12 अक्टूबर (भाषा) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को कहा कि उत्तराखंड में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा बनाए गए पुलों से कैलाश मानसरोवर यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुविधा होने के साथ ही क्षेत्र की आर्थिक विकास पर भी सकारात्मक प्रभाव पडे़गा।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से उत्तराखंड सहित सात राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में बीआरओ द्वारा बनाए गए 44 पुलों को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रावत ने एक साथ इतने पुलों के निर्माण के लिए रक्षा मंत्री और बीआरओ के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में बनाए गए पुलों से कैलाश मानसरोवर यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भी सुविधा होगी और क्षेत्र की आर्थिकी पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ में पुलों की लम्बे समय से मांग थी और आज क्षेत्रवासियों का यह सपना साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में कम समय में पुलों का उच्च गुणवत्ता के साथ निर्माण पूरा करना सरकार की प्रतिबद्धता और बीआरओ की कुशलता को बताता है।
उत्तराखंड में बने आठ पुलों की कुल स्पान 390 मीटर है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ.जीतेंद्र सिंह, किरन रिजूजू, सांसद अजय टम्टा, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल विपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, बीआरओ के महानिदेशक हरपाल सिंह सहित संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्री, उपराज्यपाल भी मौजूद थे।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से उत्तराखंड सहित सात राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में बीआरओ द्वारा बनाए गए 44 पुलों को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रावत ने एक साथ इतने पुलों के निर्माण के लिए रक्षा मंत्री और बीआरओ के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में बनाए गए पुलों से कैलाश मानसरोवर यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भी सुविधा होगी और क्षेत्र की आर्थिकी पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ में पुलों की लम्बे समय से मांग थी और आज क्षेत्रवासियों का यह सपना साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में कम समय में पुलों का उच्च गुणवत्ता के साथ निर्माण पूरा करना सरकार की प्रतिबद्धता और बीआरओ की कुशलता को बताता है।
उत्तराखंड में बने आठ पुलों की कुल स्पान 390 मीटर है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ.जीतेंद्र सिंह, किरन रिजूजू, सांसद अजय टम्टा, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल विपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, बीआरओ के महानिदेशक हरपाल सिंह सहित संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्री, उपराज्यपाल भी मौजूद थे।
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