आम लोगों के लिए इस केंद्रीय बजट की कोई प्रासंगिकता नहीं: बीआरएस नेता कविता

punjabkesari.in Wednesday, Feb 01, 2023 - 07:10 PM (IST)

हैदराबाद, एक फरवरी (भाषा) भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता ने बुधवार को कहा कि आयकर छूट की सीमा पांच लाख रुपये से बढ़ाकर सात लाख रुपये करने के अलावा केंद्रीय बजट में लोगों के लिए कुछ भी प्रासंगिक नहीं है।

कविता ने दावा किया कि यह बजट नौकरियां खोने जैसी मौजूदा चुनौतियों को हल करने में विफल रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि केंद्र सरकार इस मुद्दे पर कोई व्यापक रणनीति बनाएगी।
उन्होंने कहा, "कुल मिलाकर, उन्होंने कर छूट की सीमा पांच लाख रुपये से बढ़ाकर सात लाख रुपये की, इसके अलावा लोगों के लिए कुछ भी प्रासंगिक प्रतीत नहीं होता है। उन्होंने युवा सशक्तीकरण वगैरह जैसे अलंकृत बयान दिए। लेकिन इस बारे में कुछ भी उल्लेख नहीं किया गया।’’
कविता ने कहा कि हालांकि बजट में बुनियादी ढांचे के लिए 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश का जिक्र किया गया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह राशि किस बुनियादी ढांचा सेक्टर पर खर्च किया जाएगा।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की पुत्री कविता ने कहा कि बजट यह ‘‘रोडमैप’’ देने में भी नाकाम रहा है कि अगले 25 वर्षों में देश विकसित राष्ट्र कैसे बनेगा।
उन्होंने कहा, "आज, भारत की प्रति व्यक्ति आय 2,000 अमेरिकी डॉलर है। अगर भारत को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में शामिल होना है तो इसे 12,000 अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाना होगा। लेकिन उस संबंध में कोई स्पष्ट रोडमैप नहीं है। मेरा यही सवाल है। दुर्भाग्य से, पिछले चार साल में 800-900 से अधिक योजनाओं की घोषणा की जा चुकी है और उनका क्या हुआ, कोई जानकारी नहीं है।’’

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PTI News Agency

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