‘हाईटेक सिटी’ से तेलंगाना में ‘सांस्कृतिक राष्ट्रवाद’ का संदेश देती भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति

punjabkesari.in Friday, Jul 01, 2022 - 09:09 PM (IST)

हैदराबाद, एक जुलाई (भाषा) राजधानी के हाईटेक सिटी से लगे ‘‘हैदराबाद कनवेंशन सेंटर’’ को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने यूं तो पार्टी के झंडे और नेताओं के पोस्टर व बैनरों से भगवा रंग में रंग दिया है, लेकिन इसके केंद्र में तेलंगाना की सांस्कृतिक विरासत को रखा गया है ताकि जनता की भावनाओं को पक्ष में किया जा सके।

इसी ‘‘हैदराबाद कनवेंशन सेंटर’’ में शनिवार को भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यसमिति आरंभ होने वाली है, जिसमें पार्टी के शीर्ष नेता जुटेंगे। हैदराबाद में 18 साल बाद भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक हो रही है।

यह कनवेंशन सेंटर हैदराबाद के आईटी केंद्र कहे जाने वाले हाईटेक सिटी से लगा हुआ है। इसी के निकट पंचसितारा नोवोटेल होटल है जहां, भाजपा के सभी शीर्ष नेता रहेंगे।

राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के मद्देनजर पूरे शहर (हैदराबाद) को पार्टी के झंडे, पोस्टर और बैनर से पाट दिया गया है। ज्यादातर बैनर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष बी संजय कुमार की तस्वीरें हैं। कई पोस्टर में केंद्र की भाजपा नीत सरकार की उपलब्धियों को बयां किया गया है। शहर के हर चौराहे पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के ‘कटआउट’ भी लगाए गए हैं।

बैठक स्थल पर वारंगल में काकतीय वंश के प्रतीक गोलकुंडा के किले की प्रतिकृति बनायी गयी है और इस वंश का प्रतिनिधित्व करने वाले ऐतिहासिक मेहराब ‘काकतीय थोरनम’ का प्रतिरूप भी स्थापित किया गया है। इतना ही नहीं पार्टी ने एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया है, जिसमें राज्य की संस्कृति, हस्तशिल्प, निजामों के शासन के खिलाफ तेलंगाना का ‘मुक्ति संघर्ष’ और तेलंगाना को राज्य का दर्जा दिलाने में भाजपा की भूमिका का प्रदर्शन किया गया है। इस प्रदर्शनी में निजामों द्वारा किए गए अत्याचार की दास्तान को भी प्रदर्शित किया गया है।

बैठक स्थल पर बड़ी संख्या में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए कलाकारों को पारंपरिक नृत्य और वाद्य यंत्र भी बजाते हुए देखा गया। इनमें कुछ लोग तेलंगाना के प्राचीन नृत्य पेरीनी शिवतांडवम की प्रस्तुति दे रहे थे तो कुछ अन्य पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुनों पर नृत्य भी कर रहे थे। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने वाले भाजपा नेताओं का राज्य के गुस्साड़ी और अन्य प्रसिद्ध लोक नृत्यों से स्वागत किया जा रहा था।

भाजपा महासचिव और तेलंगाना के प्रभारी तरूण चुग ने संवाददाताओं से बातचीत में राज्य के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव पर आरोप लगाया कि उन्होंने तेंलगाना की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कुछ नहीं किया और पृथक राज्य के आंदोलन के अगुवा रहे नेताओं को एक के बाद किनारे कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने राज्य की जनता को धोखा दिया और वादाखिलाफी की है। हम इसे जनता के बीच ले जाएंगे। उनके सरकार की उल्टी गिनती शुरु हो गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक में भाग लेने शनिवार सुबह हैदराबाद पहुंचेंगे। इस बैठक में भाजपा का शीर्ष नेतृत्व 2024 के लोकसभा चुनाव को केंद्र में रख कर अपनी रणनीति तैयार करेगा। साथ ही, पार्टी की नजर दक्षिणी राज्यों और खासकर तेलंगाना पर भी केंद्रित रहेगी।

पांच वर्ष के अंतराल के बाद भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की यह पहली बैठक होने जा रही है, जो राष्ट्रीय राजधानी से बाहर हो रही है। वर्ष 2014 में केंद्र की सत्ता में आने के बाद भाजपा की यह तीसरी बैठक होगी, जो किसी दक्षिण भारतीय राज्य में आयोजित की जा रही है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी निर्णय लेने वाली पार्टी की प्रमुख इकाई है। भाजपा 18 वर्ष के अंतराल के बाद हैदराबाद में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित कर रही है। इससे पहले 2004 में हैदराबाद में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी। उस समय तेलंगाना, आंध्र प्रदेश का हिस्सा था और वहां वाई एस राजशेखर रेड्डी के नेतृत्व वाली (कांग्रेस की) सरकार थी।

तेलंगाना के गठन के बाद से राज्य में के. चंद्रशेखर राव के नेतृत्व में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सरकार है।

तेलंगाना समेत दक्षिण भारत के राज्यों में अपनी पकड़ मजबूत करने की भाजपा की कोशिशों के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन जुलाई को हैदराबाद में एक विशाल रैली करेंगे। यह रैली संभवत: स्थानीय संस्कृति एवं परंपरा के विषय पर आधारित होगी।

भाजपा तेलंगाना में अपना जनाधार बढ़ाने की पुरजोर कोशिश कर रही है। भाजपा को चुनौती देने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों के एक व्यापक गठबंधन को आकार देने का प्रयास कर रहे हैं।

बैठक की तैयारियों के मद्देनजर देशभर से गये भाजपा नेताओं ने तेलंगाना के सभी 119 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद किया है।

भाजपा ने 2020 में ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम और हुजुराबाद एवं दुब्बाका निर्वाचन क्षेत्रों के उपचुनावों सहित कुछ हालिया चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया है। पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में तेलंगाना में चार सीट पर जीत हासिल की थी।

भाजपा की 2-3 जुलाई को होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार दोपहर पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा के भाषण से शुरू होगी। बैठक का समापन मोदी के संबोधन के साथ होगा।

कार्यकारिणी का एजेंडा तय करने के लिए शुक्रवार शाम पार्टी के महासचिवों की एक बैठक भी हुई।

पार्टी के एक नेता ने बताया कि हैदराबाद में होने जा रही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में 2024 के लोकसभा चुनावों की दृष्टि से पार्टी का जोर उन राज्यों में खुद को मजबूत करने पर रहेगा जहां उसका अस्तित्व नहीं है या फिर उसकी उपस्थिति नगण्य है।

उन्होंने कहा कि भाजपा केंद्र के अलावा 17 राज्यों व केंद्र शसित प्रदेशों में अपने दम पर या सहयोगी दलों के साथ शासन कर रही है लेकिन अभी भी कुछ राज्य ऐसे हैं जहां उसकी स्थिति कमजोर हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा की रणनीति के केंद्र में वे राज्य होंगे जहां कांग्रेस या विपक्षी दलों का शासन है।’’वर्तमान में राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकारें हैं। दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी, ओडिशा में बीजू जनता दल, केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस, आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस, तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति और तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कषगम की सरकार है।

भाजपा सूत्रों के मुताबिक कार्यकारिणी में एक राजनीतिक प्रस्ताव और एक आर्थिक प्रस्ताव पारित किया जा सकता है।

मोदी, नड्डा और तमाम केंद्रीय मंत्रियों के साथ-साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता वहां दो दिन भावी रणनीतियों के साथ संगठनात्मक तैयारियों पर मंथन करेंगे।



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