स्वच्छ, टिकाऊ पर्यावरण सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया, भारत: राजनयिक
punjabkesari.in Thursday, Dec 08, 2022 - 05:28 PM (IST)
चेन्नई, आठ दिसंबर (भाषा) ऑस्ट्रेलिया और भारत आगामी पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और टिकाऊ पर्यावरण सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी पहल के तहत दोनों देश इस पर अमल कर रहे हैं। दक्षिण भारत के लिए ऑस्ट्रेलियाई महावाणिज्यदूत सराह किर्लेव ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
किर्लेव ने यहां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी मद्रास) में आयोजित ऊर्जा शिखर सम्मेलन 2022 में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच सहयोग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध सर्वकालिक उच्च स्तर पर हैं।
आईआईटी-मद्रास रिसर्च पार्क में आज से शुरू हुए दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में 400 से अधिक उद्योगपति, संकाय, शोधकर्ता और शिक्षाविदों के अलावा नीति निर्माता और सरकारी अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।
किर्लेव ने कहा, “हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत हमारी सरकारें और नेता आगामी पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और टिकाऊ पर्यावरण सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलियाई संसद ने हाल ही में जलवायु परिवर्तन अधिनियम पारित किया है जो नवीकरणीय ऊर्जा के स्थिर पर्यावरण निवेश और शून्य उत्सर्जन प्रौद्योगिकी निवेश के लिए ऑस्ट्रेलिया की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।”
उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया अपने उत्सर्जन में कमी के लक्ष्य को कानून में शामिल करने वाले 22 देशों में से एक है। ऑस्ट्रेलिया के संशोधित लक्ष्य के तहत 2030 तक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को 43 प्रतिशत तक कम किया जाना है। मुझे विश्वास है कि आज शुरू हो रहा ऑस्ट्रेलिया-भारत ऊर्जा केंद्र भारत और ऑस्ट्रेलिया द्वारा किए गए परिवर्तनकारी प्रयासों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, दोनों देशों को समर्थन प्रदान करेगा। ”
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
किर्लेव ने यहां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी मद्रास) में आयोजित ऊर्जा शिखर सम्मेलन 2022 में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच सहयोग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध सर्वकालिक उच्च स्तर पर हैं।
आईआईटी-मद्रास रिसर्च पार्क में आज से शुरू हुए दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में 400 से अधिक उद्योगपति, संकाय, शोधकर्ता और शिक्षाविदों के अलावा नीति निर्माता और सरकारी अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।
किर्लेव ने कहा, “हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत हमारी सरकारें और नेता आगामी पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और टिकाऊ पर्यावरण सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलियाई संसद ने हाल ही में जलवायु परिवर्तन अधिनियम पारित किया है जो नवीकरणीय ऊर्जा के स्थिर पर्यावरण निवेश और शून्य उत्सर्जन प्रौद्योगिकी निवेश के लिए ऑस्ट्रेलिया की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।”
उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया अपने उत्सर्जन में कमी के लक्ष्य को कानून में शामिल करने वाले 22 देशों में से एक है। ऑस्ट्रेलिया के संशोधित लक्ष्य के तहत 2030 तक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को 43 प्रतिशत तक कम किया जाना है। मुझे विश्वास है कि आज शुरू हो रहा ऑस्ट्रेलिया-भारत ऊर्जा केंद्र भारत और ऑस्ट्रेलिया द्वारा किए गए परिवर्तनकारी प्रयासों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, दोनों देशों को समर्थन प्रदान करेगा। ”
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