कांग्रेस की तमिलनाडु इकाई के प्रमुख अलागिरि ने ‘असंसदीय’ शब्दों का इस्तेमाल किया: सेल्वापेरुनथंगई

punjabkesari.in Sunday, Dec 04, 2022 - 04:56 PM (IST)

चेन्नई, चार दिसंबर (भाषा) तमिलनाडु विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता के सेल्वापेरुनथंगई ने आरोप लगाया है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के एस अलागिरि ने पदाधिकारियों की नियुक्ति को लेकर पार्टी मुख्यालय में कहासुनी के बाद एक बैठक में ‘असंसदीय’ शब्दों का इस्तेमाल किया और पार्टी कार्यकर्ता उनसे असंतुष्ट हैं।

सेल्वापेरुनथंगई ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि तमिलनाडु में पार्टी को नए नेता का इंतजार है तथा पार्टी के प्रदेश नेतृत्व में बदलाव शीघ्र होने की संभावना है।

श्रीपेरम्बदुर से विधायक सेल्वापेरुनथंगई ने कहा कि वह प्रदेश में पार्टी के शीर्ष पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं।

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए आलाकमान द्वारा कुछ लोगों की सूची बनाए जाने को लेकर चल रही चर्चा के बारे उन्होंने कहा, ‘‘जो सप्ताह में सातों दिन और चौबीसों घंटे काम कर सके तथा पूरे समर्पण भाव से पार्टी की अगुवाई कर सके एवं भाजपा की फासीवादी नीतियों का डटकर मुकाबला कर सके, केवल उसके ही तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने की संभावना है।’’
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के नेताओं ने राज्य के राजनीतिक परिदृश्य को तथा पार्टी को नेतृत्व प्रदान करने के लिए जिस जोश-खरोश की जरूरत है, उसे अच्छी तरह समझ लिया है।

उन्होंने कहा,‘‘ हमारे अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे बेहद मंझे हुए नेता हैं और हम नियुक्ति का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि वह उपयुक्त व्यक्ति को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त करेंगे।’’
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में नवंबर में दो गुटों के बीच झड़प, बाद की बातचीत तथा विधायक रूबी आर मनोहरन के निलंबन पर कांग्रेस द्वारा रोक लगाए जाने को पार्टी कार्यकर्ताओं का एक वर्ग अलागिरि के अधिकारों में ‘कटौती’ के संकेत के रूप में देख रहा है। मनोहरन प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष भी हैं।

पिछले महीने तिरुनेलवेली के पार्टी कार्यकर्ताओं ने पार्टी द्वारा क्षेत्रीय स्तर पर की गयी दो नियुक्तियों का विरोध किया था और दावा किया था कि ये दोनों ही अपात्र हैं तथा पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं। प्रदर्शन के रूप में शुरू हुईं चीजें बाद में दो गुटों के बीच हिंसक झड़प में तब्दील हो गईं। दोनों गुट मनोहरन एवं अलागिरि के समर्थकों के रूप में देखे जा रहे हैं।
इसके बाद इस मुद्दे का हल निकालने के लिए पार्टी मुख्यालय में शीर्ष नेताओं की एक बैठक हुई थी।

उस बैठक में भाग ले चुके सेल्वापेरुनथंगई ने बताया कि अलागिरि ने कांग्रेस के तमिलनाडु मामलों के प्रभारी केंद्रीय कांग्रेस नेताओं-दिनेश गुंडूराव और सिरिवेला प्रसाद की उपस्थिति में ‘असंसदीय’ शब्दों का इस्तेमाल किया और उसके बाद वह बैठक से चले गए।

जब उनसे पूछा गया कि क्या अलागरि को पार्टी में हाशिये पर कर दिया गया है, तो उन्होंने कहा कि उनके समेत पार्टी के नेता एवं कार्यकर्ता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट हैं।
कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं के इस कथित दावे पर कि कार्ति चिदम्बरम, जोतिमनि (दोनों लोकसभा सदस्य) और सेल्वापेरुनथंगई के नामों की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चर्चा है, विधायक दल के नेता ने कहा, ‘‘ बहुत लोगों को गलतफहमी है। मैं दौड़ में नहीं हूं। मैं कांग्रेस विधायक दल का नेता हूं, जो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के समतुल्य है। मैं किसी भी व्यक्ति के साथ काम करने को तैयार हूं, जिसे कांग्रेस की तमिलनाडु इकाई का नया अध्यक्ष बनाया जाएगा।’’


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