आरएसएस ने 2023 के लिए निर्णयों को अंतिम रूप देने को बैठक की
punjabkesari.in Monday, Nov 28, 2022 - 05:34 PM (IST)
चेन्नई, 28 नवंबर (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने आगामी वर्ष के लिए निर्णयों को अंतिम रूप देने के वास्ते अपने नेताओं और सदस्यों के साथ यहां एक बैठक की।
रविवार को संपन्न हुई दो दिवसीय परामर्श बैठक में लोगों के बीच आरएसएस की पहुंच बढ़ाने और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के कार्यान्वयन को सुदृढ़ करने सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
एक वरिष्ठ नेता ने सोमवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह आरएसएस की एक आंतरिक बैठक थी जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा की गई जिसमें संगठन के सामने आने वाली चुनौतियां और अगले साल लागू किये जाने वाले जनहितैषी कार्यक्रम शामिल थे। चर्चा से आगामी वर्ष के लिए निर्णयों को अंतिम रूप देने में मदद मिलेगी।’’
बैठक में भाजपा और संघ परिवार के वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया जिसमें पिछले वर्ष की गतिविधियों और आरएसएस के विस्तार के लिए आने वाले वर्ष के कार्यों पर विस्तृत चर्चा हुई।
इस महीने की शुरुआत में, आरएसएस ने मद्रास उच्च न्यायालय के एक फैसले को चुनौती देने के लिए तमिलनाडु में अपना 6 नवंबर का रूट मार्च स्थगित कर दिया था। उससे पहले पुलिस ने संगठन को इसके लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
आरएसएस की प्रदेश इकाई ने स्वतंत्रता के 75 वर्ष, बी आर आंबेडकर की 125 वीं जयंती और गांधी जयंती के उपलक्ष्य में 2 अक्टूबर को 50 स्थानों पर एक मार्च निकालने की योजना बनाई थी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
रविवार को संपन्न हुई दो दिवसीय परामर्श बैठक में लोगों के बीच आरएसएस की पहुंच बढ़ाने और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के कार्यान्वयन को सुदृढ़ करने सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
एक वरिष्ठ नेता ने सोमवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह आरएसएस की एक आंतरिक बैठक थी जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा की गई जिसमें संगठन के सामने आने वाली चुनौतियां और अगले साल लागू किये जाने वाले जनहितैषी कार्यक्रम शामिल थे। चर्चा से आगामी वर्ष के लिए निर्णयों को अंतिम रूप देने में मदद मिलेगी।’’
बैठक में भाजपा और संघ परिवार के वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया जिसमें पिछले वर्ष की गतिविधियों और आरएसएस के विस्तार के लिए आने वाले वर्ष के कार्यों पर विस्तृत चर्चा हुई।
इस महीने की शुरुआत में, आरएसएस ने मद्रास उच्च न्यायालय के एक फैसले को चुनौती देने के लिए तमिलनाडु में अपना 6 नवंबर का रूट मार्च स्थगित कर दिया था। उससे पहले पुलिस ने संगठन को इसके लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
आरएसएस की प्रदेश इकाई ने स्वतंत्रता के 75 वर्ष, बी आर आंबेडकर की 125 वीं जयंती और गांधी जयंती के उपलक्ष्य में 2 अक्टूबर को 50 स्थानों पर एक मार्च निकालने की योजना बनाई थी।
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