सिरुवानी बांध: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने पिनराई विजयन से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया
punjabkesari.in Sunday, Jun 19, 2022 - 04:12 PM (IST)
चेन्नई, 19 जून (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने केरल के अपने समकक्ष पिनराई विजयन से सिरुवानी बांध में पूर्ण जलाशय स्तर तक भंडारण बनाए रखने का रविवार को आग्रह किया, ताकि कोयंबटूर शहर और उसके उपनगरों की पानी की जरूरतें पूरी हो सकें।
स्टालिन ने विजयन को लिखे अपने पत्र में कहा कि केरल सिंचाई विभाग अंतर-राज्यीय समझौते के तहत सिरुवानी बांध के 878.50 मीटर के पूर्ण जलाशय स्तर (एफआरएल) को बरकरार रखने के बजाय 877.00 मीटर तक अधिकतम जल स्तर बनाए हुए है।
उन्होंने कहा कि जल स्तर में 1.5 मीटर की कमी किए जाने से 122.05 मिलियन क्यूबिक फुट (एमसीएफटी) पानी की कमी हो जाती है, जो कुल भंडारण का 19 प्रतिशत है। इससे गर्मी के महीनों में कोयंबटूर शहर की पानी की जरूरतों को पूरा करने में मुश्किल होती है।
स्टालिन ने कहा कि पिछले छह वर्षों से राज्य को केवल 0.484 टीएमसी से 1.128 टीएमसी तक पानी मिला है, जबकि समझौते में 1.30 टीएमसी जल निर्धारित किया गया था।
स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु केरल से एफआरएल भंडारण सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का लगातार अनुरोध करता रहा है और उन्होंने फरवरी में भी विजयन को इस संबंध में पत्र लिखा था, इसके बावजूद एफआरएल में भंडारण बहाल करने के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘कोयंबटूर शहर में पानी की कमी को देखते हुए, मैं आपसे इस मामले में व्यक्तिगत हस्तक्षेप करने का एक बार फिर अनुरोध करता हूं और आग्रह करता हूं कि आप संबंधित प्राधिकारियों को भविष्य में एफआरएल यानी 878.50 मीटर तक सिरुवानी बांध का भंडारण बनाए रखने का निर्देश दें। केवल इस कदम को उठाने से ही कोयंबटूर शहर और उसके उपनगरों की पानी की आवश्यकताओं को पूरा करने में हमारी मदद हो सकती है। मैं इस संबंध में सकारात्मक प्रतिक्रिया की आशा करता हूं।’’
भवानी नदी की सहायक नदी सिरुवानी पर बना सिरुवानी बांध केरल के पलक्कड़ जिले में है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
स्टालिन ने विजयन को लिखे अपने पत्र में कहा कि केरल सिंचाई विभाग अंतर-राज्यीय समझौते के तहत सिरुवानी बांध के 878.50 मीटर के पूर्ण जलाशय स्तर (एफआरएल) को बरकरार रखने के बजाय 877.00 मीटर तक अधिकतम जल स्तर बनाए हुए है।
उन्होंने कहा कि जल स्तर में 1.5 मीटर की कमी किए जाने से 122.05 मिलियन क्यूबिक फुट (एमसीएफटी) पानी की कमी हो जाती है, जो कुल भंडारण का 19 प्रतिशत है। इससे गर्मी के महीनों में कोयंबटूर शहर की पानी की जरूरतों को पूरा करने में मुश्किल होती है।
स्टालिन ने कहा कि पिछले छह वर्षों से राज्य को केवल 0.484 टीएमसी से 1.128 टीएमसी तक पानी मिला है, जबकि समझौते में 1.30 टीएमसी जल निर्धारित किया गया था।
स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु केरल से एफआरएल भंडारण सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का लगातार अनुरोध करता रहा है और उन्होंने फरवरी में भी विजयन को इस संबंध में पत्र लिखा था, इसके बावजूद एफआरएल में भंडारण बहाल करने के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘कोयंबटूर शहर में पानी की कमी को देखते हुए, मैं आपसे इस मामले में व्यक्तिगत हस्तक्षेप करने का एक बार फिर अनुरोध करता हूं और आग्रह करता हूं कि आप संबंधित प्राधिकारियों को भविष्य में एफआरएल यानी 878.50 मीटर तक सिरुवानी बांध का भंडारण बनाए रखने का निर्देश दें। केवल इस कदम को उठाने से ही कोयंबटूर शहर और उसके उपनगरों की पानी की आवश्यकताओं को पूरा करने में हमारी मदद हो सकती है। मैं इस संबंध में सकारात्मक प्रतिक्रिया की आशा करता हूं।’’
भवानी नदी की सहायक नदी सिरुवानी पर बना सिरुवानी बांध केरल के पलक्कड़ जिले में है।
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