तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन की जयंती पर श्रद्धांजलि दी गई
punjabkesari.in Monday, Jan 17, 2022 - 06:24 PM (IST)
चेन्नई, 17 जनवरी (भाषा) तमिलनाडु सरकार और अन्नाद्रमुक पार्टी ने सोमवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन (एमजीआर) को उनकी 105वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘भारत रत्न एमजीआर को उनकी जयंती पर याद करते हैं। वह एक सक्षम प्रशासक रूप से सराहे गए जिसने सामाजिक न्याय और सशक्तीकरण को शीर्ष प्राथमिकता दी। उनकी योजनाओं से गरीब लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आए। उनकी सिनेमाई प्रतिभा को भी व्यापाक रूप से सराहा जाता है। ’’
स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने चेन्नई में राज्य सरकार के टीएन डॉ. एमजीआर मेडिकल विश्वविद्यालय स्थित परिसर में एमजीआर की आदमकद प्रतिमा के पास रखे गए उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। कुलपति डॉ. सुधा शेषायन और अन्य अधिकारियों ने भी श्रद्धांजलि के लिए आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। अन्नाद्रमुक के शीर्ष नेताओं ओ पनीरसेल्वम और के पलानीस्वामी ने पार्टी मुख्यालय ‘एमजीआर मालिगई’ में पार्टी के संस्थापक एमजीआर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और पार्टी कार्यकर्ताओं में मिठाई बांटी।
दोनों ने इस अवसर पर पार्टी के प्रचार उपसचिव सा कलाईपुनिथन द्वारा रचित पुस्तक ‘पुरात्ची थलाइवारिन अरामुम अरसियालम’ (क्रांतिकारी नेता का धर्म और राजनीति) का विमोचन किया। दोनों नेताओं ने पार्टी का झंडा फहराया और दिवंगत नेता जे जयललिता की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। पार्टी की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि अन्नाद्रमुक के राज्यसभा सदस्य ए नवनीतकृष्णन और ए विजयकुमार ने संसद परिसर में एमजीआर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
एमजी रामचंद्रन (1917-87) को एमजीआर के नाम से भी जाना जाता है। वह वर्ष 1977 से 1987 तक तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहै। उन्होंने वर्ष 1972 में अन्नाद्रमुक की स्थापना की थी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘भारत रत्न एमजीआर को उनकी जयंती पर याद करते हैं। वह एक सक्षम प्रशासक रूप से सराहे गए जिसने सामाजिक न्याय और सशक्तीकरण को शीर्ष प्राथमिकता दी। उनकी योजनाओं से गरीब लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आए। उनकी सिनेमाई प्रतिभा को भी व्यापाक रूप से सराहा जाता है। ’’
स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने चेन्नई में राज्य सरकार के टीएन डॉ. एमजीआर मेडिकल विश्वविद्यालय स्थित परिसर में एमजीआर की आदमकद प्रतिमा के पास रखे गए उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। कुलपति डॉ. सुधा शेषायन और अन्य अधिकारियों ने भी श्रद्धांजलि के लिए आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। अन्नाद्रमुक के शीर्ष नेताओं ओ पनीरसेल्वम और के पलानीस्वामी ने पार्टी मुख्यालय ‘एमजीआर मालिगई’ में पार्टी के संस्थापक एमजीआर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और पार्टी कार्यकर्ताओं में मिठाई बांटी।
दोनों ने इस अवसर पर पार्टी के प्रचार उपसचिव सा कलाईपुनिथन द्वारा रचित पुस्तक ‘पुरात्ची थलाइवारिन अरामुम अरसियालम’ (क्रांतिकारी नेता का धर्म और राजनीति) का विमोचन किया। दोनों नेताओं ने पार्टी का झंडा फहराया और दिवंगत नेता जे जयललिता की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। पार्टी की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि अन्नाद्रमुक के राज्यसभा सदस्य ए नवनीतकृष्णन और ए विजयकुमार ने संसद परिसर में एमजीआर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
एमजी रामचंद्रन (1917-87) को एमजीआर के नाम से भी जाना जाता है। वह वर्ष 1977 से 1987 तक तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहै। उन्होंने वर्ष 1972 में अन्नाद्रमुक की स्थापना की थी।
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