तमिलनाडु विधानसभा में अन्नाद्रमुक ने चुनावी वादों को लेकर द्रमुक सरकार पर साधा निशाना
punjabkesari.in Tuesday, Jun 22, 2021 - 09:33 PM (IST)
चेन्नई, 22 जून (भाषा) तमिलनाडु के मुख्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने मंगलवार को विधानसभा में सत्तारूढ़ द्रमुक पर उसके चुनावी वादों और निर्माण सामग्री की बढ़ती कीमतों को लेकर निशाना साधा जबकि सरकार ने कहा कि वादा पूरा किया जाएगा और कीमतें कम करने के लिए पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है।
अन्नाद्रमुक के पोलाची वी जयरामन ने द्रमुक के कई चुनावी वादों का उल्लेख करते हुए कहा कि सोमवार को सदन में हुए राज्यपाल के अभिभाषण में उन्हें पूरा करने का कोई जिक्र नहीं है।
उन्होंने जिन चुनावी वादों का उल्लेख किया, उनमें वृद्धावस्था पेंशन को 1,000 रुपये से बढ़ाकर 1,500 रुपये करना, छात्रों द्वारा लिए गए ऋण को माफ करना और परिवार की महिला मुखिया को 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता और पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों में क्रमशः पांच रुपये और चार रुपये की कटौती करना शामिल हैं।
राज्यपाल के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए, सदन के पूर्व उपाध्यक्ष जयरामन ने कहा कि सरकार को आगामी बजट सत्र में वादों को पूरा करने के बारे में बताना चाहिए।
उन्होंने बताया कि किसानों के फसली ऋण माफी की रसीद/प्रमाण पत्र का वितरण नहीं किया गया है।
जयरामन ने दावा किया कि सीमेंट और स्टील जैसी निर्माण सामग्री की कीमत बढ़ गई है और सीमेंट की एक बोरी की कीमत अब लगभग 350 रुपये से 550 रुपये हो गई है।
फरवरी में, अन्नाद्रमुक सरकार ने 12,110 करोड़ रुपये की फसल ऋण माफी योजना शुरू की थी।
सदन में इस बीच, हस्तक्षेप करते हुए उद्योग मंत्री थंगम थेनारासु ने कहा कि निर्माण सामग्री की कीमत में समय के साथ वृद्धि हुई है और मार्च में, अन्नाद्रमुक सरकार के दौरान सीमेंट के एक कट्टे की कीमत 470 रुपये थी, और जब यह लगभग 490 रुपये तक पहुंच गयी, तो मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के निर्देश पर कीमतों को कम करने के लिए कार्रवाई की गई और सीमेंट व स्टील निर्माताओं सहित उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की गई।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अन्नाद्रमुक के पोलाची वी जयरामन ने द्रमुक के कई चुनावी वादों का उल्लेख करते हुए कहा कि सोमवार को सदन में हुए राज्यपाल के अभिभाषण में उन्हें पूरा करने का कोई जिक्र नहीं है।
उन्होंने जिन चुनावी वादों का उल्लेख किया, उनमें वृद्धावस्था पेंशन को 1,000 रुपये से बढ़ाकर 1,500 रुपये करना, छात्रों द्वारा लिए गए ऋण को माफ करना और परिवार की महिला मुखिया को 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता और पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों में क्रमशः पांच रुपये और चार रुपये की कटौती करना शामिल हैं।
राज्यपाल के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए, सदन के पूर्व उपाध्यक्ष जयरामन ने कहा कि सरकार को आगामी बजट सत्र में वादों को पूरा करने के बारे में बताना चाहिए।
उन्होंने बताया कि किसानों के फसली ऋण माफी की रसीद/प्रमाण पत्र का वितरण नहीं किया गया है।
जयरामन ने दावा किया कि सीमेंट और स्टील जैसी निर्माण सामग्री की कीमत बढ़ गई है और सीमेंट की एक बोरी की कीमत अब लगभग 350 रुपये से 550 रुपये हो गई है।
फरवरी में, अन्नाद्रमुक सरकार ने 12,110 करोड़ रुपये की फसल ऋण माफी योजना शुरू की थी।
सदन में इस बीच, हस्तक्षेप करते हुए उद्योग मंत्री थंगम थेनारासु ने कहा कि निर्माण सामग्री की कीमत में समय के साथ वृद्धि हुई है और मार्च में, अन्नाद्रमुक सरकार के दौरान सीमेंट के एक कट्टे की कीमत 470 रुपये थी, और जब यह लगभग 490 रुपये तक पहुंच गयी, तो मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के निर्देश पर कीमतों को कम करने के लिए कार्रवाई की गई और सीमेंट व स्टील निर्माताओं सहित उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की गई।
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