पिछले पांच साल में उच्च शिक्षा के लिए 30 लाख से अधिक भारतीय विदेश गये: सरकार
punjabkesari.in Monday, Feb 06, 2023 - 05:51 PM (IST)
नयी दिल्ली, छह फरवरी (भाषा) सरकार ने सोमवार को लोकसभा को बताया कि 2017 से 2022 के दौरान 30 लाख से अधिक भारतीय उच्च शिक्षा के लिए विदेश गये।
जनता दल (यू) के सांसद राजीव रंजन सिंह और अन्य सदस्यों के प्रश्न के लिखित उत्तर में शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने यह जानकारी साझा की।
उन्होंने कहा, ‘‘गृह मंत्रालय का आव्रजन ब्यूरो भारतीयों के प्रस्थान और आगमन के आंकड़े रखता है। लेकिन उच्च शिक्षा के लिए भारतीयों के विदेश जाने की श्रेणी के तहत जानकारी एकत्रित करने का कोई सूचकांक नहीं है। भारतीयों के उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने की जानकारी या तो उनकी मौखिक घोषणा के आधार पर या आव्रजन मंजूरी के समय उनके द्वारा उपलब्ध कराये गये गंतव्य देश के वीजा के प्रकार के आधार पर जुटाई जा सकती है।’’
सरकार ने कहा कि 7.50 लाख भारतीयों ने 2022 में विदेश जाने का अपना उद्देश्य अध्ययन या शिक्षा बताया।
यह संख्या 2021 में 4.4 लाख, 2020 में 2.59 लाख, 2019 में 5.86 लाख, 2018 में 5.17 लाख और 2017 में 4.54 लाख थी।
उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में यह भी कहा कि इस समय सरकार का देश में कोई अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय स्थापित करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
जनता दल (यू) के सांसद राजीव रंजन सिंह और अन्य सदस्यों के प्रश्न के लिखित उत्तर में शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने यह जानकारी साझा की।
उन्होंने कहा, ‘‘गृह मंत्रालय का आव्रजन ब्यूरो भारतीयों के प्रस्थान और आगमन के आंकड़े रखता है। लेकिन उच्च शिक्षा के लिए भारतीयों के विदेश जाने की श्रेणी के तहत जानकारी एकत्रित करने का कोई सूचकांक नहीं है। भारतीयों के उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने की जानकारी या तो उनकी मौखिक घोषणा के आधार पर या आव्रजन मंजूरी के समय उनके द्वारा उपलब्ध कराये गये गंतव्य देश के वीजा के प्रकार के आधार पर जुटाई जा सकती है।’’
सरकार ने कहा कि 7.50 लाख भारतीयों ने 2022 में विदेश जाने का अपना उद्देश्य अध्ययन या शिक्षा बताया।
यह संख्या 2021 में 4.4 लाख, 2020 में 2.59 लाख, 2019 में 5.86 लाख, 2018 में 5.17 लाख और 2017 में 4.54 लाख थी।
उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में यह भी कहा कि इस समय सरकार का देश में कोई अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय स्थापित करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
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