केंद्र ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन को लेकर पंजाब की तैयारियों के संबंध में चिंता जताई
punjabkesari.in Friday, Sep 30, 2022 - 11:58 PM (IST)
नयी दिल्ली, 30 सितंबर (भाषा) केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन की दिशा में पंजाब सरकार की तैयारियों पर शुक्रवार को ‘‘चिंता एवं असंतोष’’ जताया।
यादव ने एक समीक्षा बैठक में कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में लगभग 57 लाख 50 हजार टन पराली के प्रबंधन के लिए ‘‘उचित’’ योजना नहीं बनाई है, जिसका दिल्ली एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की वायु गुणवत्ता पर ‘‘प्रतिकूल प्रभाव’’ पड़ सकता है।
मंत्रालय ने बैठक के बाद एक बयान में बताया कि यादव ने पंजाब और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) राज्यों की सरकारों को धान की पराली जलाने के प्रबंधन के लिए विकसित विस्तृत कार्य योजना के विभिन्न घटकों का ‘‘समय पर और प्रभावी’’ कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘केंद्रीय मंत्री ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन की दिशा में जमीनी ठोस कार्रवाई करने में पंजाब की तैयारियों को लेकर चिंता एवं असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लगभग 57 लाख 50 हजार टन पराली के प्रबंधन के लिए कोई उचित योजना नहीं बनाई जो एक बहुत बड़ी खामी है और इसका दिल्ली एवं एनसीआर क्षेत्र में वायु गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
यादव ने एक समीक्षा बैठक में कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में लगभग 57 लाख 50 हजार टन पराली के प्रबंधन के लिए ‘‘उचित’’ योजना नहीं बनाई है, जिसका दिल्ली एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की वायु गुणवत्ता पर ‘‘प्रतिकूल प्रभाव’’ पड़ सकता है।
मंत्रालय ने बैठक के बाद एक बयान में बताया कि यादव ने पंजाब और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) राज्यों की सरकारों को धान की पराली जलाने के प्रबंधन के लिए विकसित विस्तृत कार्य योजना के विभिन्न घटकों का ‘‘समय पर और प्रभावी’’ कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘केंद्रीय मंत्री ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन की दिशा में जमीनी ठोस कार्रवाई करने में पंजाब की तैयारियों को लेकर चिंता एवं असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लगभग 57 लाख 50 हजार टन पराली के प्रबंधन के लिए कोई उचित योजना नहीं बनाई जो एक बहुत बड़ी खामी है और इसका दिल्ली एवं एनसीआर क्षेत्र में वायु गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Recommended News
Recommended News
Bhalchandra Sankashti Chaturthi: आज मनाई जाएगी भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
Rang Panchami: कब मनाया जाएगा रंग पंचमी का त्योहार, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर अमेरिका की टिप्पणी पर जयशंकर ने दिया कड़ा जवाब , कहा- भारत में दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी
हरियाणा में सिक्योरिटी गार्ड की हत्या, पार्क में खून से लथपथ पड़ा मिला शव