कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनावी मुकाबले के आसार, राहुल के समर्थन में प्रस्तावों का सिलसिला जारी

punjabkesari.in Wednesday, Sep 21, 2022 - 09:42 AM (IST)

नयी दिल्ली, 20 सितंबर (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नजदीक आने और राहुल गांधी के पार्टी की कमान नहीं संभालने के संकेत देने के बाद अब देश की सबसे पुरानी पार्टी की सर्वोच्च कुर्सी के लिए चुनावी मुकाबला होने के आसार बढ़ गए हैं।
हालांकि, प्रदेश कांग्रेस कमेटियों की ओर से राहुल गांधी के समर्थन में प्रस्ताव पारित करने का सिलसिला जारी है और इसी क्रम में मंगलवार को हरियाणा और झारखंड की कांग्रेस इकाइयों ने प्रस्ताव पारित कर कहा कि राहुल को एक बार फिर से पार्टी की कमान संभालनी चाहिए।

इससे पहले, सात प्रदेश कांग्रेस कमेटियों समेत पार्टी की आठ स्थानीय इकाइयों ने राहुल गांधी के समर्थन में प्रस्ताव पारित किए थे।
उधर, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कई पीसीसी की ओर से पारित किए गए प्रस्ताव बाध्यकारी नहीं हैं। उनका यह भी कहना है कि किसी से प्रस्ताव पारित करने के लिए नहीं कहा गया है।
कांग्रेस की इन इकाइयों ने ये प्रस्ताव उस वक्त पारित किए हैं, जब गत नौ सितंबर को कन्याकुमारी में राहुल गांधी ने यह संकेत दिया था कि वह पार्टी का अध्यक्ष नहीं बनने के अपने पुराने फैसले पर कायम हैं।

राहुल गांधी के अपने रुख पर कायम रहने के कारण अब 22 साल बाद कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए चुनावी मुकाबले के प्रबल आसार हैं।

पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सोमवार को सोनिया गांधी से मुलाकात कर चुनाव लड़ने की अपनी इच्छा से उन्हें अवगत कराया था तो दूसरी तरफ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भी चुनावी रण में उतरने के संकेत मिल रहे हैं। कुछ अन्य लोगों के भी चुनाव लड़ने का ऐलान करने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अगर चुनाव होता है तो यह 22 साल बाद इस तरह का मुकाबला होगा। वर्ष 2000 में सोनिया गांधी और जितेंद्र प्रसाद के बीच मुकाबला हुआ था जिसमें प्रसाद को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी।

इससे पहले, 1997 में सीताराम केसरी, शरद पवार और राजेश पायलट के बीच अध्यक्ष पद को लेकर मुकाबला हुआ था जिसमें केसरी जीते थे।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थरूर के सोनिया गांधी से मिलने के बाद यह संभावना बढ़ गई कि वह चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों का कहना है कि उन्होंने सोमवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर उन्हें अध्यक्ष पद का चुनाव लडऩे की अपनी इच्छा से अवगत कराया जिस पर सोनिया ने कहा कि इस चुनाव में कई उम्मीदवारों का खड़ा होना पार्टी के लिए बेहतर है तथा इसमें उनकी भूमिका तटस्थ रहेगी।
सूत्रों ने यह भी बताया कि इस मुलाकात के दौरान सोनिया गांधी ने इस धारणा को भी खारिज किया कि इस चुनाव में पार्टी की ओर से कोई ‘आधिकारिक उम्मीदवार’ होगा।

थरूर की सोनिया से मुलाकात की पृष्ठभूमि में कांग्रेस ने कहा कि कोई भी चुनाव लडऩे के लिए स्वतंत्र है और यही पार्टी नेतृत्व का सतत रुख रहा है तथा चुनाव लडऩे के लिए किसी की अनुमति की जरूरत नहीं है।
इस बीच, कांग्रेस से जुड़े कुछ सूत्रों का कहना है कि गहलोत भी उम्मीदवार हो सकते हैं और अगर ऐसा होता है तो गांधी परिवार के भरोसेमंद होने और लंबे राजनीतिक तजुर्बे के चलते उनकी दावेदारी सबसे मजबूत होगी।

वैसे, गहलोत ने कहा है कि वह राहुल गांधी को चुनाव लड़ने के लिए मनाने का प्रयास करेंगे।

सूत्रों का यह कहना है कि गहलोत जल्द ही दिल्ली और कोच्चि का दौरा कर सकते हैं जिस दौरान उनकी कांग्रेस नेतृत्व के साथ चर्चा की संभावना है।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव से जुड़़ी हलचल के बीच पार्टी के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने मंगलवार को सोनिया गांधी से मुलाकात की और कहा कि चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी होगा, जिसमें कोई भी खड़ा हो सकता है।

यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल गांधी नामांकन पत्र दाखिल करेंगे, तो वेणुगोपाल ने कहा, "यह फैसला राहुल गांधी को करना है और उन्होंने हमें इस बारे में कुछ नहीं बताया है।" शशि थरूर के चुनाव लड़ने की संभावना से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, " सिर्फ थरूर ही नहीं, कोई भी चुनाव लड़ सकता है।"
पार्टी प्रमुख की जिम्मेदारी संभालने के लिए राहुल से की गयी अपील के बावजूद, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने इस महीने की शुरूआत में कहा था कि उन्होंने फैसला कर लिया है, लेकिन अपनी योजनाओं का खुलासा नहीं करेंगे।

उन्होंने यह भी कहा था कि यदि पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए वह आगामी चुनाव नहीं लड़ेंगे तो वह इसके कारण बता देंगे।

राहुल की टिप्पणी को पार्टी में इस बात के संकेत के तौर पर देखा गया है कि वह पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं है।

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है। एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किये जाएंगे।


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