चाबहार बंदरगाह की प्रगति की समीक्षा के लिए सोनोवाल ईरान रवाना
punjabkesari.in Thursday, Aug 18, 2022 - 05:41 PM (IST)
नयी दिल्ली, 18 अगस्त (भाषा) केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल बृहस्पतिवार को चार दिन की यात्रा पर ईरान के लिए रवाना हुए। इस दौरान वह चाबहार बंदरगाह के पहले चरण की प्रगति का समीक्षा करेंगे और इस मध्य एशियाई देशों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत करने के साथ व्यापार के अवसरों का पता लगायेंगे।
ऊर्जा संपन्न ईरान के दक्षिणी तट पर सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में स्थित चाबहार बंदरगाह भारत, ईरान और अफगानिस्तान द्वारा व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने के लिए विकसित किया जा रहा है।
सोनोवाल ने तेहरान रवाना होने से पहले पीटीआई-भाषा से कहा, ''ईरान की अपनी यात्रा के दौरान, मैं चाबहार बंदरगाह की प्रगति का आकलन करूंगा तथा दक्षिण एशिया और मध्य एशिया के बीच व्यापार के अवसरों की तलाश करूंगा।’’ मंत्री ने कहा कि वह ईरान सरकार के अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे, चाबहार बंदरगाह के अंशधारकों से मिलेंगे और व्यापार संभावनाओं का पता लगाने के लिए कंपनियों के बीच (बी2बी) बैठकों में भाग लेंगे।
सोनोवाल की ईरान यात्रा भारत द्वारा ‘चाबहार-दिवस’ मेजबानी के एक पखवाड़े बाद हो रही है।
मई, 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईरान यात्रा पर गए थे। इस दौरान बंदरगाह और संबंधित बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए 50 करोड़ डॉलर के निवेश के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।
मोदी की यात्रा के दौरान, भारत और ईरान ने लगभग एक दर्जन समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें से महत्वपूर्ण चाबहार बंदरगाह के विकास पर हुआ एक समझौता था।
बाद में, भारत, ईरान और अफगानिस्तान ने बंदरगाह के माध्यम से तीन देशों के बीच माल के परिवहन के लिए एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए।
स्वदेश लौटते समय सोनोवाल संयुक्त अरब अमीरात में जेबेल अली बंदरगाह जाएंगे।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
ऊर्जा संपन्न ईरान के दक्षिणी तट पर सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में स्थित चाबहार बंदरगाह भारत, ईरान और अफगानिस्तान द्वारा व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने के लिए विकसित किया जा रहा है।
सोनोवाल ने तेहरान रवाना होने से पहले पीटीआई-भाषा से कहा, ''ईरान की अपनी यात्रा के दौरान, मैं चाबहार बंदरगाह की प्रगति का आकलन करूंगा तथा दक्षिण एशिया और मध्य एशिया के बीच व्यापार के अवसरों की तलाश करूंगा।’’ मंत्री ने कहा कि वह ईरान सरकार के अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे, चाबहार बंदरगाह के अंशधारकों से मिलेंगे और व्यापार संभावनाओं का पता लगाने के लिए कंपनियों के बीच (बी2बी) बैठकों में भाग लेंगे।
सोनोवाल की ईरान यात्रा भारत द्वारा ‘चाबहार-दिवस’ मेजबानी के एक पखवाड़े बाद हो रही है।
मई, 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईरान यात्रा पर गए थे। इस दौरान बंदरगाह और संबंधित बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए 50 करोड़ डॉलर के निवेश के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।
मोदी की यात्रा के दौरान, भारत और ईरान ने लगभग एक दर्जन समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें से महत्वपूर्ण चाबहार बंदरगाह के विकास पर हुआ एक समझौता था।
बाद में, भारत, ईरान और अफगानिस्तान ने बंदरगाह के माध्यम से तीन देशों के बीच माल के परिवहन के लिए एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए।
स्वदेश लौटते समय सोनोवाल संयुक्त अरब अमीरात में जेबेल अली बंदरगाह जाएंगे।
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