शाह ने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए मुखबिर तंत्र के महत्व पर जोर दिया
punjabkesari.in Wednesday, Aug 17, 2022 - 10:49 PM (IST)
नयी दिल्ली, 17 अगस्त (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए मुखबिर तंत्र के महत्व पर बुधवार को जोर दिया। उन्होंने उभरते हुए विभिन्न आतंकी ‘हॉटस्पॉट’ की पहचान करने में जिला स्तर के पुलिस अधिकारियों द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित किया।
शाह ने ‘राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति’ (एनएसएस) सम्मेलन, 2022 का उद्घाटन करते हुए यह बात कही।
अधिकारियों ने शाह के हवाले से कहा कि गृह मंत्री ने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए मुखबिर तंत्र के महत्व पर जोर दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृष्टिकोण राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र के सभी पहलुओं को मजबूत करके राष्ट्र को सुरक्षित करना है।
दो दिवसीय सम्मेलन में केंद्रीय गृह सचिव, उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशकों समेत देश भर के 600 अधिकारी भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन के पहले दिन राष्ट्रीय सुरक्षा के विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया गया, जिसमें क्रिप्टो करेंसी से संबंधित मुद्दे, आतंकवाद और कट्टरपंथ से निपटना और माओवादी संगठनों द्वारा पेश की गई चुनौतियां शामिल रहे।
गृह मंत्री ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा विकसित ‘राष्ट्रीय स्वचालित फिंगरप्रिंट पहचान प्रणाली’ (एनएएफआईएस) का भी उद्घाटन किया।
अधिकारियों ने कहा कि यह प्रणाली केंद्रीकृत फिंगर प्रिंट डेटाबेस की मदद से मामलों के त्वरित निपटान में मददगार साबित होगी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
शाह ने ‘राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति’ (एनएसएस) सम्मेलन, 2022 का उद्घाटन करते हुए यह बात कही।
अधिकारियों ने शाह के हवाले से कहा कि गृह मंत्री ने आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए मुखबिर तंत्र के महत्व पर जोर दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृष्टिकोण राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र के सभी पहलुओं को मजबूत करके राष्ट्र को सुरक्षित करना है।
दो दिवसीय सम्मेलन में केंद्रीय गृह सचिव, उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशकों समेत देश भर के 600 अधिकारी भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन के पहले दिन राष्ट्रीय सुरक्षा के विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया गया, जिसमें क्रिप्टो करेंसी से संबंधित मुद्दे, आतंकवाद और कट्टरपंथ से निपटना और माओवादी संगठनों द्वारा पेश की गई चुनौतियां शामिल रहे।
गृह मंत्री ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा विकसित ‘राष्ट्रीय स्वचालित फिंगरप्रिंट पहचान प्रणाली’ (एनएएफआईएस) का भी उद्घाटन किया।
अधिकारियों ने कहा कि यह प्रणाली केंद्रीकृत फिंगर प्रिंट डेटाबेस की मदद से मामलों के त्वरित निपटान में मददगार साबित होगी।
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