मिलावट के खिलाफ अभियान में 27,500 लीटर खाद्यतेल जब्त: एफएसएसएआई
punjabkesari.in Wednesday, Aug 17, 2022 - 08:45 PM (IST)
नई दिल्ली, 17 अगस्त (भाषा) भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने खाद्य तेलों में मिलावट के खिलाफ अभियान के तहत एक अगस्त से 14 अगस्त के बीच 27,500 लीटर से अधिक खुला खाद्यतेल जब्त किया है।
उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 21,865 लीटर खुला खाद्यतेल, राजस्थान में 5,360 लीटर और तमिलनाडु में लगभग 205 लीटर खाद्यतेल जब्त किया गया है।
वहीं, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जब्त कुल खाद्यतेल की मात्रा क्रमश: 75 लीटर और 25 लीटर है।
एफएसएसएआई ने बुधवार को एक बयान में कहा कि उसने खाद्य तेलों (एक घटक के रूप में एकल तेल), ट्रांस-फैटी एसिड और उचित लेबलिंग के बिना बहु-स्रोत खाद्य तेलों की बिक्री में मिलावट के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान का समापन कर दिया है।
यह व्यापक निगरानी अभियान एक से 14 अगस्त के बीच चलाया गया था। इस दौरान 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में वनस्पति तेलों, बहु-स्रोत खाद्य तेलों और वनस्पति के कुल 4,845 निगरानी नमूने एकत्र किए गए थे।
नियामक के अनुसार, नमूने विश्लेषण के लिए मान्यता प्राप्त खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं में भेजे गए हैं और अगले कुछ दिनों में परिणाम आने की उम्मीद है।
एफएसएसएआई ने कहा, ‘‘मिलावट के किसी भी संदिग्ध मामले के बाद ऐसे एफबीओ (खाद्य व्यवसाय संचालक) के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए नियामक नमूने तत्काल लिए जाएंगे।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 21,865 लीटर खुला खाद्यतेल, राजस्थान में 5,360 लीटर और तमिलनाडु में लगभग 205 लीटर खाद्यतेल जब्त किया गया है।
वहीं, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जब्त कुल खाद्यतेल की मात्रा क्रमश: 75 लीटर और 25 लीटर है।
एफएसएसएआई ने बुधवार को एक बयान में कहा कि उसने खाद्य तेलों (एक घटक के रूप में एकल तेल), ट्रांस-फैटी एसिड और उचित लेबलिंग के बिना बहु-स्रोत खाद्य तेलों की बिक्री में मिलावट के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान का समापन कर दिया है।
यह व्यापक निगरानी अभियान एक से 14 अगस्त के बीच चलाया गया था। इस दौरान 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में वनस्पति तेलों, बहु-स्रोत खाद्य तेलों और वनस्पति के कुल 4,845 निगरानी नमूने एकत्र किए गए थे।
नियामक के अनुसार, नमूने विश्लेषण के लिए मान्यता प्राप्त खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं में भेजे गए हैं और अगले कुछ दिनों में परिणाम आने की उम्मीद है।
एफएसएसएआई ने कहा, ‘‘मिलावट के किसी भी संदिग्ध मामले के बाद ऐसे एफबीओ (खाद्य व्यवसाय संचालक) के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए नियामक नमूने तत्काल लिए जाएंगे।’’
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