आयकर विभाग ने छापे के बाद नौ करोड़ रूपये से अधिक की ‘काली’संपत्ति जब्त की

punjabkesari.in Wednesday, Aug 10, 2022 - 09:41 PM (IST)

नयी दिल्ली, 10 अगस्त (भाषा) आयकर विभाग ने खनन एवं शराब बनाने में लगे मध्यप्रदेश के एक कारोबारी ग्रुप पर हाल के छापे के बाद नौ करोड़ रूपये से अधिक मूल्य की ‘अघोषित संपत्ति’ जब्त की है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने बुधवार को यह जानकारी दी।

मध्य प्रदेश और मुंबई में इस ग्रुप के परिसरों पर 14 जुलाई को छापा मारा गया।

सीबीडीटी के बयान के अनुसार बालू खनन कारोबार के जब्त आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि यह ग्रुप ‘नियमित बही खातों में बिक्री दर्ज नहीं कर, कर चोरी में’ लिप्त था।

बोर्ड ने कहा, ‘‘ डिजिटल सबूत के हिसाब से असल बिक्री तथा समसायिक महीनों की लेखाबही वाली बिक्री के बीच तुलना से स्पष्ट रूप से पता चलता है कि 70 करोड़ रूपये की बिक्री को दबा दिया गया। ’’
सीबीडीटी ने वैसे तो यह नहीं बताया कि किस ग्रुप के यहां छापा मारा गया लेकिन यह जरूर कहा कि उस ग्रुप का ‘अहम व्यक्ति’ राजनीतिक पद पर आसीन है।

विभाग ने ‘रॉयल्टी के गैर भुगतान या बिना लेखा-जोखा वाली बिक्री’ का भी पता लगाया।

उसने आरोप लगाया, ‘‘ इस ग्रुप ने 10 करोड़ रूपये से अधिक धनराशि अन्य सहयोगी कारोबारियों को नकद में दी जिसका नियमित बही-खातों में जिक्र नहीं है।’’
उसने कहा कि चीनी उत्पादन कारोबार के मामले में भंडार अंतर से जुड़े मुद्दों का भी खुलासा हुआ।
बयान में कहा गया है, ‘‘ बालू खनन करने वाली कंपनी में कुछ बेनामीदारों (जिनके नाम से बेनामी संपत्ति है) को साझेदार बनाया गया तथा यह भी पाया गया कि उन्होंने आयकर रिटर्न में लाभ की घोषणा की। ’’
बयान में कहा गया है, ‘‘ लेकिन यह धनराशि वाकई में उन्होंने (बेनामीदारों ने) ग्रुप के लाभकारी मालिक को अंतरित की। ’
बयान के अनुसार तलाशी के दौरान एक ऐसे ही बेनामीदार ने कबूला कि वह महज तनख्वाह प्राप्त कर्मी है और उसे कारोबार से संबंधित विषयों की कोई जानकारी नहीं है और न ही उसे ऐसे कारोबार से कोई लाभ प्राप्त हुआ।
बयान में कहा गया है, ‘‘अबतक तलाशी की कार्रवाई में नौ करोड़ रूपये मूल्य से अधिक की अघोषित संपत्ति जब्त की गयी है।’’


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PTI News Agency

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