पंजाब : अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए निजी बस संचालक हड़ताल पर
punjabkesari.in Tuesday, Aug 09, 2022 - 05:15 PM (IST)
चंडीगढ़, नौ अगस्त (भाषा) पंजाब में निजी बस संचालकों ने राज्य की आम आदमी पार्टी सरकार पर कोविड-19 महामारी की अवधि में कर में छूट समेत उनकी अन्य मांगों को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को हड़ताल की।
‘पंजाब मोटर यूनियन’ के बैनर तले बस और मिनी बस संचालकों ने अमृतसर, पटियाला, फगवाड़ा और अजनाला समेत कई स्थानों पर धरना भी दिया। काले झंडे थामे प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
हड़ताल के कारण सड़कों से निजी बसें नदारद रहने के चलते यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
पटियाला में हुए विरोध-प्रदर्शन के दौरान बस संचालक तेजपाल सिंह ने कहा कि निजी बस संचालक राज्य सरकार से दिसंबर 2021 तक के टैक्स में छूट की मांग कर रहे हैं क्योंकि कोविड महामारी के दौरान बस संचालकों को वित्तीय नुकसान पड़ा था।
निजी बस संचालकों ने कहा कि राज्य सरकार की बसों में महिलाओं की निशुल्क यात्रा सेवा से भी उनका कारोबार प्रभावित हुआ है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को केवल शनिवार और रविवार को महिलाओं के लिए निशुल्क बस सेवा उपलब्ध करानी चाहिए।
बस संचालकों ने कहा कि डीजल के दामों में वृद्धि के चलते वे बस किराया बढ़ाने की भी मांग कर रहे हैं।
निजी बस संचालकों का कहना है कि उन्होंने अपनी मांगों से राज्य सरकार को पहले ही अवगत करा दिया है, लेकिन इस संबंध में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
राज्य में करीब 2,200 निजी बस हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
‘पंजाब मोटर यूनियन’ के बैनर तले बस और मिनी बस संचालकों ने अमृतसर, पटियाला, फगवाड़ा और अजनाला समेत कई स्थानों पर धरना भी दिया। काले झंडे थामे प्रदर्शनकारियों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
हड़ताल के कारण सड़कों से निजी बसें नदारद रहने के चलते यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
पटियाला में हुए विरोध-प्रदर्शन के दौरान बस संचालक तेजपाल सिंह ने कहा कि निजी बस संचालक राज्य सरकार से दिसंबर 2021 तक के टैक्स में छूट की मांग कर रहे हैं क्योंकि कोविड महामारी के दौरान बस संचालकों को वित्तीय नुकसान पड़ा था।
निजी बस संचालकों ने कहा कि राज्य सरकार की बसों में महिलाओं की निशुल्क यात्रा सेवा से भी उनका कारोबार प्रभावित हुआ है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को केवल शनिवार और रविवार को महिलाओं के लिए निशुल्क बस सेवा उपलब्ध करानी चाहिए।
बस संचालकों ने कहा कि डीजल के दामों में वृद्धि के चलते वे बस किराया बढ़ाने की भी मांग कर रहे हैं।
निजी बस संचालकों का कहना है कि उन्होंने अपनी मांगों से राज्य सरकार को पहले ही अवगत करा दिया है, लेकिन इस संबंध में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
राज्य में करीब 2,200 निजी बस हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।