उदयपुर हत्याकांड: भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण की नीति का आरोप लगाया, कांग्रेस का पलटवार

punjabkesari.in Wednesday, Jun 29, 2022 - 10:26 PM (IST)

नयी दिल्ली, 29 जून (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी की निर्ममता से हत्या कर दिये जाने की घटना को लेकर बुधवार को अशोक गहलोत सरकार पर करारा प्रहार किया और आरोप लगाया कि एक समुदाय के प्रति कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की नीति के चलते राज्य में आतंकी संगठन फल-फूल रहे हैं।

वहीं, कांग्रेस ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि राज्य (राजस्थान) में सरकार अपने ''''राजधर्म'''' से पूरी तरह से अवगत है और मामले में धर्म या जाति देखे बगैर कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को उदयपुर के धान मंडी इलाके में दो व्यक्तियों ने कन्हैया लाल नाम के व्यक्ति (दर्जी) की कथित तौर पर गला काट कर हत्या कर दी और घटना का वीडियो ऑनलाइन पोस्ट कर दिया। साथ ही दावा किया कि वे इस्लाम के अपमान का बदला ले रहे हैं।
भाजपा ने कहा कि कन्हैया लाल की हत्या महज एक हत्या नहीं है बल्कि एक ‘‘आतंकी हमला’’ है और इस बर्बर अपराध के लिए राजस्थान की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
भाजपा प्रवक्ता राज्यवर्द्धन सिंह राठौर ने घटना को हत्या करार देने के लिए मुख्यमंत्री गहलोत की आलोचना की और कहा कि लाल की हत्या कोई छिटपुट घटना नहीं है बल्कि धार्मिक पाखंड से जुड़े अपराधों की एक श्रृंखला है।
उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ऐसा कोई हफ्ता नहीं बीतता जब राज्य में जिहादी घटना नहीं होती। उन्होंने कहा कि हत्यारों ने हत्या का वीडियो बनाया और देश को आतंकित करने के लिए उसे वायरल कर दिया।
मुख्तार अब्बास नकवी और अनुराग ठाकुर सहित कुछ केंद्रीय मंत्रियों ने भी घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने इस बर्बर हत्या की निंदा की।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि इंसानियत के खिलाफ “तालिबानी बर्बरता और शैतानी क्रूरता” करने वाले ना तो इस्लाम के हैं, ना ईमान वाले हैं, बल्कि यह ‘शैतानी तालिबान’ वाले हैं।

सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार इस पर ‘मूकदर्शक’ बनी रही और कांग्रेस की आंतरिक प्रतिद्वन्द्विता के कारण कानून एवं व्यवस्था की स्थिति प्रभावित हुई है।

कांग्रेस ने तुष्टिकरण करने के भाजपा के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार को अपने ‘राजधर्म’ का पूरा ज्ञान है तथा इस मामले में इतनी सख्त कार्रवाई होगी कि वह नजीर बनेगी।

राजस्थान में सत्तारूढ़ दल ने यह भी कहा कि इस मामले में जाति और धर्म देखे बिना कार्रवाई की जाएगी।

पार्टी के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में सवालों का जवाब देते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस स्पष्ट रूप से इस वीभत्स कांड की निंदा करती है। सरकार ने छह घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ जांच में जो उभरकर सामने आया, उसके आधार पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जांच एनआईए को सौंपने का फैसला किया।’’
खेड़ा ने कहा, ‘‘ पिछले दो महीने में पूरे देश में माहौल खराब किया गया है, ऐसे में अशोक गहलोत सरकार (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध करते रही कि वे देश को संबोधित करें, समाज में फैल रही नफरत को रोकने के लिए कदम उठाएं और शांति कायम रखने की अपील करें।’’
खेड़ा ने आरोप लगाया कि धुव्रीकरण किये जाते देश के हर नुक्कड़ पर देखा जा सकता है और सवाल किया कि ऐसा पहले क्यों नहीं था।
उन्होंने कांग्रेस की एक समुदाय के प्रति तुष्टिकरण की नीति के चलते आतंकी संगठनों के फलने-फूलने के भाजपा के आरोपों को लेकर भी उस पर प्रहार किया।

खेड़ा ने कहा,‘‘तुष्टीकरण की बात करने वाले यह भूल जाते हैं कि 2017 में शंभूलाल रैगर नामक व्यक्ति ने हत्या करते हुए वीडियो बनाया तो उसके पक्ष में एक पार्टी विशेष के लोगों ने उदयपुर में तिरंगा हटाकर भगवा झंडा लगाया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ तुष्टीकरण की बात करने वाले भूल जाते हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार में पुलिस अधिकारी सुबोध सिंह की हत्या कर दी गई तो उनके हत्यारों का माल्यार्पण किसने किया? तुष्टीकरण की बात करने वाले बताएं कि कश्मीर में राहुल भट्ट की हत्या करने वालों का क्या हुआ? ’’ खेड़ा ने जोर दिया, ‘‘कांग्रेस सरकार संविधान से आबद्ध सरकार है। हर सरकार को संविधान के तहत कार्रवाई करनी चाहिए।’’
इस बीच गहलोत ने कहा कि राजस्थान पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम (यूएपीए) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
देश के प्रमुख मुस्लिम संगठनों ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह न सिर्फ गैरकानूनी और अमानवीय कृत्य है, बल्कि इस्लाम विरोधी भी है।

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, जमीयत उलेमा ए हिंद, जमात ए इस्लामी हिंद के अलावा दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने बयान जारी कर हत्या की निंदा की।
उन्होंने सभी से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह से कानून हाथ में नहीं लेने की अपील की।



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