मांडविया ने इंडिया-केम के 12वें संस्करण की तैयारियों की समीक्षा की
punjabkesari.in Tuesday, Jun 28, 2022 - 07:00 PM (IST)

नयी दिल्ली, 28 जून (भाषा) रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को अक्टूबर में होने वाले इंडिया-केम के आगामी 12वें संस्करण की तैयारियों की समीक्षा की।
यह तीन दिन का कार्यक्रम छह अक्टूबर, 2022 से शुरू होगा। इसका आयोजन उद्योग मंडल फिक्की के सहयोग से किया जाएगा।
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि मांडविया ने ''विजन 2030 - केमिकल्स एंड पेट्रोकेमिकल्स बिल्ड इंडिया'' विषय के साथ एक ब्रोशर भी पेश किया।
समीक्षा बैठक में रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री भगवंत खुबा, सचिव आरती आहूजा और फिक्की के सदस्य उपस्थित थे।
मांडविया ने कहा, ‘‘यह आयोजन क्षेत्र में सतत विकास के लिए जबर्दस्त क्षमता और सहायक सरकारी नीति का प्रदर्शन करेगा। यह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों और अन्य अंशधारकों को बातचीत करने और गठबंधन बनाने के लिए एक मंच भी प्रदान करेगा।’’ उन्होंने कहा कि सरकार अपनी ‘कारोबार सुगमता’ नीति और प्रोत्साहनों के साथ वैश्विक निवेशकों के लिए एक अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान कर रही है। आगामी वैश्विक कार्यक्रम भारत को रसायन क्षेत्र में निवेशकों और अंशधारकों के लिए एक अनुकूल गंतव्य के रूप में प्रदर्शित करेगा।
मौजूदा समय में, भारतीय रसायन और पेट्रोरसायन क्षेत्र का बाजार 178 अरब डॉलर का है। भारत दुनिया का छठा सबसे बड़ा रसायन उत्पादक देश है। वह 175 से अधिक देशों को इसका निर्यात करता है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
यह तीन दिन का कार्यक्रम छह अक्टूबर, 2022 से शुरू होगा। इसका आयोजन उद्योग मंडल फिक्की के सहयोग से किया जाएगा।
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि मांडविया ने ''विजन 2030 - केमिकल्स एंड पेट्रोकेमिकल्स बिल्ड इंडिया'' विषय के साथ एक ब्रोशर भी पेश किया।
समीक्षा बैठक में रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री भगवंत खुबा, सचिव आरती आहूजा और फिक्की के सदस्य उपस्थित थे।
मांडविया ने कहा, ‘‘यह आयोजन क्षेत्र में सतत विकास के लिए जबर्दस्त क्षमता और सहायक सरकारी नीति का प्रदर्शन करेगा। यह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों और अन्य अंशधारकों को बातचीत करने और गठबंधन बनाने के लिए एक मंच भी प्रदान करेगा।’’ उन्होंने कहा कि सरकार अपनी ‘कारोबार सुगमता’ नीति और प्रोत्साहनों के साथ वैश्विक निवेशकों के लिए एक अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान कर रही है। आगामी वैश्विक कार्यक्रम भारत को रसायन क्षेत्र में निवेशकों और अंशधारकों के लिए एक अनुकूल गंतव्य के रूप में प्रदर्शित करेगा।
मौजूदा समय में, भारतीय रसायन और पेट्रोरसायन क्षेत्र का बाजार 178 अरब डॉलर का है। भारत दुनिया का छठा सबसे बड़ा रसायन उत्पादक देश है। वह 175 से अधिक देशों को इसका निर्यात करता है।
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