पंजाब विधानसभा में कानून एवं व्यवस्था पर चर्चा को लेकर हंगामा

punjabkesari.in Friday, Jun 24, 2022 - 09:59 PM (IST)

चंडीगढ़, 24 जून (भाषा) पंजाब विधानसभा में शुक्रवार को उस समय हंगामा हुआ जब विपक्षी दल कांग्रेस ने कानून एवं व्यवस्था पर चर्चा की मांग करते हुए एक स्थगन प्रस्ताव पेश किया। हालांकि उसकी यह मांग ठुकरा दी गयी।

इस पर कांग्रेस सदस्यों ने आसन के समीप आकर नारेबाजी की।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि विपक्षा का स्थगन प्रस्ताव इस आधार पर खारिज कर दिया गया कि ‘‘मामला अदालत में विचाराधीन है।’’
विधानसभा में विपक्ष के नेता बाजवा ने कहा, ‘‘कानून एवं व्यवस्था का पूरा मुद्दा कैसे अदालत के विचाराधीन हो सकता है, एक या दो या कुछ मामले विचाराधीन हो सकते हैं।’’
पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कई घटनाएं दिखाती हैं कि कानून एवं व्यवस्था की स्थिति खराब है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष कुलतार सिंह संधावन समय तय करें और इस पर चर्चा कराएं।

अध्यक्ष ने जवाब दिया कि उचित समय पर बजट सत्र के दौरान सदस्यों को पर्याप्त समय दिया जाएगा।

कांग्रेस सदस्यों ने यह भी कहा कि वे शून्य काल के दौरान ‘‘ज्वलंत मुद्दे’’ उठाना चाहते थे लेकिन उन्हें ऐसा नहीं करने दिया गया।

पार्टी सदस्यों के सदन के आसन के समीप आने पर उनके साथ भारतीय जनता पार्टी, शिरोमणि अकाली दल के सदस्य और बहुजन समाज पार्टी का एक सदस्य भी शामिल हो गया।
बाद में कांग्रेस विधायकों ने कुछ वक्त के लिए सदन से बहिर्गमन कर दिया।

बाजवा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को वीडियो में दिया अपना यह बयान स्पष्ट करना चाहिए कि ‘‘उनकी जान को खतरा है।’’ उस समय मान सदन में मौजूद थे।

उन्होंने कहा, ‘‘क्या इससे ज्यादा जरूरी भी कुछ हो सकता है कि किसी राज्य का प्रमुख कहता है कि उनकी जान खतरे में है। हम बहुत चिंतित हैं। अगर मुख्यमंत्री ने संगरूर उपचुनाव प्रचार के दौरान यह नहीं कहा होता कि उनकी जान खतरे में है तो हम कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा कराने की मांग नहीं करते।’’
बाद में अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री शनिवार को इस पर जवाब देंगे।

बाजवा ने दावा किया कि नेताओं, आयोग के एजेंटों, कारोबारियों समेत अन्य लोगों को धमकी भरे फोन आ रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पूर्व उपमुख्यमंत्री ओ पी सोनी को भी धमकी भरा फोन आया है और उन्होंने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है।’’
वहीं, राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करने के साथ ही उस पर चर्चा शुरू करते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता अमन अरोड़ा ने बदमाशों को कथित संरक्षण देने के लिए पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा।

विपक्ष के कानून एवं व्यवस्था का मुद्दा उठाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसे व्यापक नजरिए से देखे जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि भगवंत मान की अगुवाई वाली तीन महीने पुरानी सरकार पूर्व में की गयी गलतियों को ठीक करने का पूरा प्रयास कर रही है।

चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा कि मूसेवाला तथा कई अन्य लोगों की सुरक्षा में कटौती की गयी और जानकारियां सार्वजनिक की गयी।

उन्होंने कहा कि अगर सरकार खतरे को गंभीरता से लेती तो यह हत्या रोकी जा सकती थी।

मूसेवाला हत्या मामले में पंजाब पुलिस की जांच का हवाला देते हुए बाजवा ने सवाल किया कि, ‘‘मामले में कथित मास्टरमाइंड लॉरेंस बिश्नोई कैसे तिहाड़ जेल में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता था।’’


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PTI News Agency

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