राष्ट्रपति चुनाव में राजग की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने दाखिल किया नामांकन

punjabkesari.in Friday, Jun 24, 2022 - 08:06 PM (IST)

नयी दिल्ली, 24 जून (भाषा) सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने संसद भवन परिसर स्थित राज्यसभा महासचिव के कार्यालय में निर्वाचन अधिकारी पी.सी. मोदी को मुर्मू के नामांकन पत्र सौंपे।

मुर्मू के साथ नामांकन दाखिल करने के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह, राजनाथ सिंह, जे.पी. नड्डा, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और सहयोगी दलों के नेता मौजूद थे।

भाजपा नेताओं के अलावा वाईएसआर कांग्रेस के विजयसाई रेड्डी, ओड़िशा की बीजू जनता दल सरकार के दो मंत्री और उसके नेता सस्मित पात्रा, अन्नाद्रमुक नेता ओ. पनीरसेल्वम और थम्बी दुरई तथा जनता दल (यूनाईटेड) के राजीव रंजन सिंह भी मौजूद थे।

मुर्मू ने नामांकन पत्र के चार सेट दाखिल किए। इन नामांकन पत्रों में प्रधानमंत्री मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह और नड्डा सहित 500 से अधिक सांसदों और विधायकों ने हस्ताक्षर किए हैं। प्रत्येक नामांकन पत्र में 60 से अधिक प्रस्तावक और अनुमोदक हैं। पी सी मोदी को राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया गया है।

नामांकन पत्र के पहले सेट पर प्रस्‍तावक के रूप में प्रधानमंत्री मोदी ने हस्ताक्षर किए जबकि अनुमोदकों में शाह और राजनाथ सिंह शामिल रहे। नामांकन के दूसरे सेट पर प्रस्तावक के रूप में नड्डा ने हस्ताक्षर किए जबकि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर और हिमाचल प्रदेश के उनके समकक्ष जयराम ठाकुर ने तीसरे सेट पर और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चौथे सेट पर हस्‍ताक्षर किए।

हस्ताक्षर करने वालों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भी शामिल थे।

राजग के सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) के राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह, अपना दल की अनुप्रिया पटेल और नेशनल पीपुल्स पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने भी नामांकन पत्रों पर हस्ताक्षर किए।

बीजू जनता दल (बीजद) के नेता और ओड़िशा सरकार में मंत्री जगन्नाथ सारका और टुकुनी साहू, वाईएसआर कांग्रेस के विजय साई रेड्डी, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम के ओ पनीरसेल्वम भी नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में शामिल थे।

भाजपा के सभी आदिवासी और महिला सांसदों, विधायकों और केंद्रीय मंत्रियों ने भी नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर किए।

राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए प्रत्येक सेट में निर्वाचित प्रतिनिधियों के बीच 50 प्रस्तावक और 50 अनुमोदक होने चाहिए।

नामांकन दाखिल करने से पहले मुर्मू ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार से फोन पर बात की और उनसे राष्ट्रपति चुनाव में अपनी उम्मीदवारी का समर्थन करने की अपील की।

सूत्रों के मुताबिक सोनिया, ममता और पवार की ओर से कोई आश्वासन नहीं दिया गया लेकिन उन्होंने मुर्मू को शुभकामनाएं जरूर दीं।

नड्डा ने कांग्रेस नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा और नेशनल कॉन्फ्रेस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला से फोन पर बात की और राष्ट्रपति चुनाव में मुर्मू के लिए समर्थन मांगा।

नड्डा ने विभिन्न विपक्षी दलों के इन नेताओं से राष्ट्रपति के निर्वाचन में आम सहमति बनाए जाने की अपील की।

सूत्रों ने कहा कि नड्डा ने कांग्रेस नेताओं, अब्दुल्ला और देवेगौड़ा से आग्रह किया कि राष्ट्रपति चुनाव राजनीति से परे होना चाहिए।

चुनाव जीतने पर मुर्मू देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी।

विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा 27 जून को राष्‍ट्रपति पद के लिए नामांकन दाखिल करने वाले हैं। मतदान 18 जुलाई को होगा और वोटों की गिनती 21 जुलाई को की जाएगी।



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