वेदांतू ने 424 और कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
punjabkesari.in Thursday, May 19, 2022 - 04:14 PM (IST)
नयी दिल्ली, 19 मई (भाषा) शिक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी वेदांतू ने वैश्विक परिस्थितियों और ‘मंदी’ की आशंका का हवाला देते हुए 424 और कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
वेदांतू ने 15 दिन पहले 200 कर्मचारियों की छंटनी की थी और एक साल में 1,000 कर्मचारियों की नियुक्ति की योजना की घोषणा की थी।
वेदांतू ने सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) वामसी कृष्णा ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, ‘‘आज मैं पिछले कई वर्षों के दौरान लिए गए सबसे कठिन निर्णयों में से एक के बारे में लिख रहा हूं। यह ऐसा दिन है जो दिल तोड़ने वाला है और मुझे उम्मीद है कि मैं इसे फिर कभी नहीं देखूंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह कहना बिल्कुल आसान नहीं है कि 5,900 कर्मचारियों में से लगभग सात प्रतिशत......424 कर्मचारी अब हमारे से अलग हो रहे है।’’
उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियां कठिन है और कंपनी अपने मूल संचालन पर वापस जा रही है, जहां वह अगले 30 महीने के लिए रास्ता बनाने और ग्राहक अधिग्रहण लागत को कम करने पर विचार करेगी।
गौरतलब है कि इस साल कई शिक्षा प्रौद्योगिकी कंपनियों ने अपने कार्यबल में छंटनी की है।
इस साल अप्रैल में अनअकैडमी ने करीब 600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था। वहीं फरवरी में लीडा लर्निंग को अपना संचालन बंद करना पड़ा था, जिसके कारण एक हजार लोग बेरोजगार हो गए थे।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
वेदांतू ने 15 दिन पहले 200 कर्मचारियों की छंटनी की थी और एक साल में 1,000 कर्मचारियों की नियुक्ति की योजना की घोषणा की थी।
वेदांतू ने सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) वामसी कृष्णा ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, ‘‘आज मैं पिछले कई वर्षों के दौरान लिए गए सबसे कठिन निर्णयों में से एक के बारे में लिख रहा हूं। यह ऐसा दिन है जो दिल तोड़ने वाला है और मुझे उम्मीद है कि मैं इसे फिर कभी नहीं देखूंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह कहना बिल्कुल आसान नहीं है कि 5,900 कर्मचारियों में से लगभग सात प्रतिशत......424 कर्मचारी अब हमारे से अलग हो रहे है।’’
उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियां कठिन है और कंपनी अपने मूल संचालन पर वापस जा रही है, जहां वह अगले 30 महीने के लिए रास्ता बनाने और ग्राहक अधिग्रहण लागत को कम करने पर विचार करेगी।
गौरतलब है कि इस साल कई शिक्षा प्रौद्योगिकी कंपनियों ने अपने कार्यबल में छंटनी की है।
इस साल अप्रैल में अनअकैडमी ने करीब 600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था। वहीं फरवरी में लीडा लर्निंग को अपना संचालन बंद करना पड़ा था, जिसके कारण एक हजार लोग बेरोजगार हो गए थे।
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