मुंडका अग्निकांड: डीएनए जांच के लिए मृतकों के परिजनों के नमूने लिए गए
punjabkesari.in Monday, May 16, 2022 - 10:02 AM (IST)
नयी दिल्ली, 15 मई (भाषा) दिल्ली पुलिस ने रविवार को कहा कि उसने मुंडका में इमारत में आग लगने की घटना में मारे गए लोगों के शवों की पहचान के लिए मृतकों के परिवारों से जुड़े कम से कम 20 लोगों के डीएनए नमूने लिए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इन सदस्यों में उन आठ मृतकों के परिजन भी शामिल हैं जिनके शवों की पहचान पहले ही हो चुकी है।
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार को चार मंजिला इमारत में लगी भीषण आग में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई।
पुलिस उपायुक्त (बाहरी दिल्ली) समीर शर्मा ने कहा, ‘‘हालांकि आठ जले हुए शवों की पहचान हो गई है, लेकिन हमने उनकी पहचान की पूरी तरह से पुष्टि करने के लिए उनके परिवार के सदस्यों के भी डीएनए नमूने एकत्र किए हैं। हमने फॉरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा की जाने वाली डीएनए प्रोफाइलिंग की प्रक्रिया के लिए अब तक 20 से अधिक लोगों के नमूने लिए हैं।’’
उन्होंने कहा, "डीएनए जांच… एक लंबी प्रक्रिया है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यह पांच-दस दिन के भीतर पूरी हो जाए। एक बार डीएनए प्रोफाइलिंग हो जाने के बाद, सभी जले हुए शवों और अवशेषों की पहचान हो सकती है तथा ये संबंधित परिवारों को सौंपे जा सकते हैं।’’
रोहिणी स्थित फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) के एक विशेषज्ञ ने यहां कहा कि हड्डियों, जड़ों के साथ बाल, दांत, रक्त और शरीर के अन्य हिस्सों से नमूने एकत्र किए गए हैं।
विशेषज्ञ ने कहा, "शनिवार को, हमारी टीम ने जले हुए मानव अवशेषों सहित नमूने एकत्र किए, जिनमें ज्यादातर हड्डियां और बाल हैं। जिन शवों की पहचान की गई है, उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। अज्ञात शवों की पहचान भी डीएनए प्रोफाइलिंग के माध्यम से की जाएगी।"
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि इन सदस्यों में उन आठ मृतकों के परिजन भी शामिल हैं जिनके शवों की पहचान पहले ही हो चुकी है।
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार को चार मंजिला इमारत में लगी भीषण आग में कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई।
पुलिस उपायुक्त (बाहरी दिल्ली) समीर शर्मा ने कहा, ‘‘हालांकि आठ जले हुए शवों की पहचान हो गई है, लेकिन हमने उनकी पहचान की पूरी तरह से पुष्टि करने के लिए उनके परिवार के सदस्यों के भी डीएनए नमूने एकत्र किए हैं। हमने फॉरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा की जाने वाली डीएनए प्रोफाइलिंग की प्रक्रिया के लिए अब तक 20 से अधिक लोगों के नमूने लिए हैं।’’
उन्होंने कहा, "डीएनए जांच… एक लंबी प्रक्रिया है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यह पांच-दस दिन के भीतर पूरी हो जाए। एक बार डीएनए प्रोफाइलिंग हो जाने के बाद, सभी जले हुए शवों और अवशेषों की पहचान हो सकती है तथा ये संबंधित परिवारों को सौंपे जा सकते हैं।’’
रोहिणी स्थित फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) के एक विशेषज्ञ ने यहां कहा कि हड्डियों, जड़ों के साथ बाल, दांत, रक्त और शरीर के अन्य हिस्सों से नमूने एकत्र किए गए हैं।
विशेषज्ञ ने कहा, "शनिवार को, हमारी टीम ने जले हुए मानव अवशेषों सहित नमूने एकत्र किए, जिनमें ज्यादातर हड्डियां और बाल हैं। जिन शवों की पहचान की गई है, उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। अज्ञात शवों की पहचान भी डीएनए प्रोफाइलिंग के माध्यम से की जाएगी।"
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
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