‘वोकल फॉर लोकल’ को राष्ट्रीय आंदोलन बनाएं: गोयल
punjabkesari.in Monday, Jan 24, 2022 - 10:52 PM (IST)

नयी दिल्ली, 24 जनवरी (भाषा) वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को नवोन्मेष से जुड़ी बालिकाओं से कहा कि वे ‘वोकल फॉर लोकल’ को एक राष्ट्रीय आंदोलन बनाएं तथा देश में उद्यमिता को गति देने के लिए गुणवत्ता के दूत बनें।
मंत्री ने राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बालिका नवप्रवर्तनकर्ताओं के साथ बातचीत करते हुए अधिक-से-अधिक लड़कियों को आगे आने और नवाचार के लिए प्रोत्साहित करने को भी कहा। गोयल ने कहा, ‘‘आप में से हर एक को गुणवत्ता का दूत बनना चाहिए... हम छोटे एवं मझोले शहरों में नवप्रवर्तन से जुड़ी बालिकाओं को भी प्रोत्साहित करना चाहेंगे।’’ उन्होंने कहा कि नवप्रवर्तकों को भारतीय हस्तशिल्प, हथकरघा और खादी उत्पादों को बढ़ावा देने के बारे में भी सोचना चाहिए।
गोयल ने कहा, ‘‘ये चीजें आप सभी के लिए सिर्फ विचार के लिये हैं... बड़े सपने देखें, कभी भी असफलता से न डरें। आप असफलता से सीखते हैं, आप असफलता से बढ़ते हैं। असफलता ही सफलता की सीढ़ी है।’’
बातचीत के दौरान नवोन्मेष से जुड़ी आठ बालिकाओं ने मंत्री को अपनी परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी। परियोजनाओं में कम लागत वाले जैविक रूप से अपघटित होने वाले सैनिटरी नैपकिन, स्मार्ट दस्ताने आदि शामिल थे।
उन्होंने कहा कि परियोजनाओं को तीन महीने के बाद स्टार्टअप सलाहकार परिषद के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
मंत्री ने राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बालिका नवप्रवर्तनकर्ताओं के साथ बातचीत करते हुए अधिक-से-अधिक लड़कियों को आगे आने और नवाचार के लिए प्रोत्साहित करने को भी कहा। गोयल ने कहा, ‘‘आप में से हर एक को गुणवत्ता का दूत बनना चाहिए... हम छोटे एवं मझोले शहरों में नवप्रवर्तन से जुड़ी बालिकाओं को भी प्रोत्साहित करना चाहेंगे।’’ उन्होंने कहा कि नवप्रवर्तकों को भारतीय हस्तशिल्प, हथकरघा और खादी उत्पादों को बढ़ावा देने के बारे में भी सोचना चाहिए।
गोयल ने कहा, ‘‘ये चीजें आप सभी के लिए सिर्फ विचार के लिये हैं... बड़े सपने देखें, कभी भी असफलता से न डरें। आप असफलता से सीखते हैं, आप असफलता से बढ़ते हैं। असफलता ही सफलता की सीढ़ी है।’’
बातचीत के दौरान नवोन्मेष से जुड़ी आठ बालिकाओं ने मंत्री को अपनी परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी। परियोजनाओं में कम लागत वाले जैविक रूप से अपघटित होने वाले सैनिटरी नैपकिन, स्मार्ट दस्ताने आदि शामिल थे।
उन्होंने कहा कि परियोजनाओं को तीन महीने के बाद स्टार्टअप सलाहकार परिषद के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
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