शिवेसना सांसद का सीतारमण को पत्र, वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष ब्याज दर की मांग
punjabkesari.in Sunday, Jan 23, 2022 - 04:32 PM (IST)

नयी दिल्ली, 23 जनवरी (भाषा) शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से वरिष्ठ नागरिकों के लिए सावधि जमा (एफडी) विशेष ब्याज दर तय करने का अनुरोध किया है। साथ ही उन्होंने डाक बचत योजनाओं और भविष्य निधि कोष (पीपीएफ) में निवेश की सीमा हटाने की अपील भी की है।
चतुर्वेदी ने सीतारमण को लिखे पत्र में कहा है कि बचत योजनाओं पर निचली ब्याज दरों की वजह से आज वरिष्ठ नागरिकों के पास सेवानिवृत्ति कोष काफी कम रहता है। इससे उनकी जेब पर भारी बोझ पड़ा है, विशेषरूप से कोविड-19 महामारी के दौरान वे काफी परेशान हुए हैं।
महाराष्ट्र से राज्यसभा सदस्य चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘आम बजट एक अवसर है जबकि सरकार ऐसे लोगों की समस्याओं को दूर कर उन्हें राहत दे सकती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऊंची मुद्रास्फीति को देखते हुए अभी ब्याज दर काफी कम है। हाल के बरसों में एफडी पर ब्याज दर 12 प्रतिशत से घटकर पांच प्रतिशत रह गई है। डाक बचत पर ब्याज दर घटकर सात प्रतिशत रह गई और इसमें निवेश की सीमा 15 लाख रुपये है।’’
उन्होंने कहा कि पीपीएफ के मामले में निवेश की वार्षिक सीमा सिर्फ डेढ़ लाख रुपये है। यही नहीं पीपीएफ को छोड़कर अन्य पर कर भी लगता है। पत्र में कहा गया है कि ब्याज दरें कम होने की वजह से आज वरिष्ठ नागरिकों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पास इतनी आमदनी नहीं है कि वे अपना घर ठीक से चला पाएं।
उन्होंने वित्त मंत्री से आग्रह किया है कि वरिष्ठ नागरिकों और सेवानिवृत्त लोगों की चिंताओं को दूर करने के लिए बैंक एफडी पर विशेष ब्याज दर तय की जानी चाहिए।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
चतुर्वेदी ने सीतारमण को लिखे पत्र में कहा है कि बचत योजनाओं पर निचली ब्याज दरों की वजह से आज वरिष्ठ नागरिकों के पास सेवानिवृत्ति कोष काफी कम रहता है। इससे उनकी जेब पर भारी बोझ पड़ा है, विशेषरूप से कोविड-19 महामारी के दौरान वे काफी परेशान हुए हैं।
महाराष्ट्र से राज्यसभा सदस्य चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘आम बजट एक अवसर है जबकि सरकार ऐसे लोगों की समस्याओं को दूर कर उन्हें राहत दे सकती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऊंची मुद्रास्फीति को देखते हुए अभी ब्याज दर काफी कम है। हाल के बरसों में एफडी पर ब्याज दर 12 प्रतिशत से घटकर पांच प्रतिशत रह गई है। डाक बचत पर ब्याज दर घटकर सात प्रतिशत रह गई और इसमें निवेश की सीमा 15 लाख रुपये है।’’
उन्होंने कहा कि पीपीएफ के मामले में निवेश की वार्षिक सीमा सिर्फ डेढ़ लाख रुपये है। यही नहीं पीपीएफ को छोड़कर अन्य पर कर भी लगता है। पत्र में कहा गया है कि ब्याज दरें कम होने की वजह से आज वरिष्ठ नागरिकों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पास इतनी आमदनी नहीं है कि वे अपना घर ठीक से चला पाएं।
उन्होंने वित्त मंत्री से आग्रह किया है कि वरिष्ठ नागरिकों और सेवानिवृत्त लोगों की चिंताओं को दूर करने के लिए बैंक एफडी पर विशेष ब्याज दर तय की जानी चाहिए।
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