मुलायम की पुत्रवधू और पूर्व सीडीएस रावत के भाई हुए भाजपा में शामिल

punjabkesari.in Thursday, Jan 20, 2022 - 01:07 AM (IST)

नयी दिल्ली, 19 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के आगामी विधानसभा चुनावों में अपनी जीत सुनिश्चित करने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रयासों को बुधवार को उस वक्त और बल मिला जब समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी पुत्रवधू अपर्णा यादव और पूर्व प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) दिवंगत विपिन रावत के भाई कर्नल (सेवानिवृत्त) विजय रावत भगवा दल में शामिल हो गए।

वर्ष 2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में लखनऊ कैंट से भाजपा नेता रीता बहुगुणा जोशी के हाथों पराजय का सामना कर चुकी अपर्णा यादव के भगवा दल में शामिल होने से पार्टी को सपा के आंतरिक मतभेदों के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को घेरने का एक मुद्दा जरूर मिल गया।

इन सबके बीच, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने उत्तर प्रदेश में अपना दल (एस) और निषाद पार्टी के साथ मिलकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के बैनर तले चुनाव लड़ने की घोषणा की। हालांकि यह घोषणा नहीं हुई कि अपना दल (एस) कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगा और निषाद पार्टी के खाते में कितनी सीटें जाएंगी।

चुनावी मौसम में उत्तर प्रदेश में एक बढ़ा घटनाक्रम हुआ। राज्य विधानसभा के उपाध्यक्ष नितिन अग्रवाल ने सपा से इस्तीफा दे दिया। वह भी जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं।

पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा में विभिन्न नेताओं के शामिल होने का सिलसिला जारी है। गोवा, पंजाब और मणिपुर में भी चुनाव हैं। पंजाब को छोड़कर शेष सभी चार राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं।

बुधवार की सुबह सबसे पहले अपर्णा यादव भाजपा परिवार की सदस्य बन गईं। इस अवसर पर भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य खुद मौजूद थे। बाद में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की।

योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा, ‘‘अपर्णा जी का भाजपा परिवार में स्वागत हैं।’’
मुख्यमंत्री ने अपर्णा के भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ उनकी एक तस्वीर भी साझा की।

यादव ने इस अवसर पर कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी नीतियों से हमेशा से प्रभावित रही हैं और अब वह भाजपा की सदस्यता लेकर राष्ट्र की आराधना करने निकल पड़ी हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा से प्रधानमंत्री जी से प्रभावित रही हूं। मेरे चिंतन में हमेशा राष्ट्र सबसे पहले है। राष्ट्र धर्म मेरे लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। मैं बस, यही बोलना चाहती हूं कि अब मैं राष्ट्र की आराधना करने निकली हूं।’’
उप-मुख्यमंत्री मौर्य ने इस मौके का उपयोग अखिलेश यादव पर निशाना साधकर किया और आरोप लगाया कि वह अपने परिवार में ही असफल रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘अखिलेश यादव अपने परिवार में ही सफल नहीं हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में भी असफल रहे हैं। सांसद के रूप में भी असफल हैं।’’
स्वतंत्र देव सिंह के भी निशाने पर अखिलेश और सपा रहे।

उन्होंने कहा कि सपा के शासन में गुंडागर्दी को इतना महत्व दिया जाता है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शाम होते ही लोग अपने घरों के दरवाजे बंद कर देते थे।

उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि सपा के शासन में अखिलेश यादव से कहीं ज्यादा आजम खान की चलती थी और उन दिनों ‘‘आतंक’’ का माहौल हुआ करता था।’’
अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने को हाल में पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और दारा सिंह चौहान सहित अन्य नेताओं के भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल होने के जवाब के रूप में देखा जा रहा है।

हालांकि अखिलेश यादव ने अपर्णा यादव को भाजपा में शामिल होने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं।

लखनऊ में एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा ''''सबसे पहले मैं बधाई और शुभकामनाएं दूंगा। साथ ही साथ खुशी इस बात की है कि हमारी समाजवादी विचारधारा का विस्तार हो रहा है। मुझे उम्मीद है कि हमारी विचारधारा वहां पहुंच कर संविधान और लोकतंत्र को बचाने का काम करेगी।’’
उनसे जब यह पूछा गया कि क्या उनको (अपर्णा को) रोकने की कोशिश नहीं की गयी, इसके जवाब में अखिलेश ने कहा, ''''नेता जी (मुलायम सिंह यादव) ने उन्हें समझाने की बहुत कोशिश की।’’
उल्लेखनीय है कि अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव के छोटे बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं। प्रतीक यादव मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी के पुत्र हैं।

नड्डा ने अपना दल (एस) की नेता व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद की मौजूदगी में भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजग राज्य की 403 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगा।

उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार ने विकास में एक नई छलांग लगाई है और प्रदेश के विकास को तेज गति दी है। नड्डा ने कहा कि संपर्क, शिक्षा और निवेश के क्षेत्र में पिछले पांच साल के दौरान उत्तर प्रदेश में बहुत काम हुआ है और कानून व्यवस्था की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

इस अवसर पर अनुप्रिया पटेल और संजय निषाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा समाज के शोषित और वंचित वर्ग के कल्याण के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की और विश्वास जताया कि राज्य में फिर से एक बार राजग की सरकार बनेगी।
पटेल ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में विकास और सामाजिक न्याय का संयोजन एक बेहतरीन कॉकटेल साबित हुआ है। उत्तर प्रदेश को विकास की भी आवश्यकता है और सामाजिक न्याय की भी जरूरत है। अपना दल ने अपनी स्थापना के साथ ही सदैव, समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के अधिकार और भागीदारी के लिए संघर्ष किया है।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ मिलकर हम इसे और आगे लेकर जाएंगे।

संजय निषाद ने इस अवसर पर उत्तर प्रदेश व केंद्र की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि उन्होंने समाज के पिछड़े तबकों को सिर्फ छलने और विकास से दूर रखने का काम किया जबकि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र व राज्य की सरकारों ने बिना किसी भेदभाव के उनका वास्तविक विकास किया।

उन्होंने कहा कि भाजपा जो कहती है, वही करती भी है।

उत्तराखंड में भी भाजपा को बड़ी सफलता हाथ लगी जब देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष दिवंगत जनरल विपिन रावत के भाई कर्नल (सेवानिवृत्त) विजय रावत भाजपा में शामिल हो गए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक, प्रदेश के प्रभारी दुष्यंत गौतम और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी की मौजूदगी में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।

विजय रावत ने इस अवसर पर कहा कि भाजपा का काम करने का तरीका बहुत प्यारा है और यही एक पार्टी है जो वास्तव में देश का भला करना चाहती है।

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा की सोच भी बहुत अच्छी है।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी दूरदृष्टि ‘‘अद्भुत’’ है और सोच बहुत आगे की है जो ‘‘आउट ऑफ द बॉक्स (लीक से हटकर)’’ होती है।

उन्होंने कहा, ‘‘उनके (मोदी के) कार्य देश को आगे ले जाने के लिए है और यही एक बहुत बड़ी चीज है, जो हमें भाजपा से जुड़ने के लिए प्रेरणा देती है।’’
कर्नल रावत का भाजपा में स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने उम्मीद जताई कि वह विपिन रावत के विचारों को आगे बढ़ाएंगे।

ज्ञात हो कि पिछले साल एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल विपिन रावत और उनकी पत्नी सहित कई अन्य सैन्यकर्मियों का निधन हो गया था।



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