बेटे को टिकट देने की राह में यदि परिवारवाद बाधा तो सांसद पद छोड़ने को तैयार: रीता बहुगुणा जोशी

punjabkesari.in Wednesday, Jan 19, 2022 - 08:46 AM (IST)

नयी दिल्ली, 18 जनवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने मंगलवार को कहा कि यदि उनका पुत्र आसन्न उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए टिकट मांग रहा है तो यह उसका अधिकार है। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि बेटे को टिकट देने की राह में परिवारवाद आड़े आ रहा है तो वह बतौर सांसद इस्तीफा देने को भी तैयार हैं।

इलाहाबाद से सांसद जोशी ने आज यहां उत्तर प्रदेश के लिए भाजपा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की। हालांकि, उन्होंने इस मुलाकात को पार्टी से संबंधित मुद्दों पर ‘‘शिष्टाचार के नाते भेंट’’ करार दिया।

ऐसी चर्चा है कि जोशी के पुत्र मयंक जोशी लखनऊ कैंट विधानसभा सीट पर टिकट की दावेदारी कर रहे हैं और इसके लिए पूरी कोशिश भी कर रहे हैं। इस सीट पर रीता बहुगुणा जोशी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। बाद में 2019 के लोकसभा चुनाव में इलाहाबाद से जीत दर्ज करने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।

भाजपा के सुरेश चंद्र तिवारी ने 2019 के उपचुनाव में लखनऊ कैंट से जीत दर्ज की थी। उन्होंने समाजवादी पार्टी की अपर्णा यादव को पराजित किया था। अपर्णा यादव सपा के वरिष्ठ नेता मुलामय सिंह यादव की पुत्रवधू हैं।

प्रधान से मुलाकात के बाद जोशी ने कहा कि उनका पुत्र टिकट की मांग कर रहा है, वह अलग बात है लेकिन उनकी प्रधान से मुलाकात चुनाव से जुड़े कुछ स्थानीय मुद्दों को लेकर थी।

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यदि वह पार्टी से टिकट की मांग कर रहा है तो यह उसका अधिकार है। आज मैंने इस बारे में बात नहीं की। मैं पहले ही कह चुकी हूं कि मेरा 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है। वास्तव में मैं अब कोई चुनाव ही लड़ना नहीं चाहती।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे बेटे को टिकट मिले, इसके लिए मैं प्रयास नहीं कर रही। पार्टी के पास उनका प्रोफाइल मौजूद है और वह उसके अनुरूप ही कोई फैसला लेगी।’’
बाद में एक समाचार चैनल से बातचीत में रीता बहुगुणाा ने कहा, ‘‘वह (मयंक) योग्य हैं, युवा हैं और पढ़े लिखे हैं। अभी जो वहां से (लखनऊ कैंट) विधायक हैं, वह 65 वर्ष के होने जा रहे हैं। पार्टी चूंकि युवाओं को खोज रही है इसलिए उन्होंने भी टिकट के लिए प्रयास किया। पार्टी उन्हें टिकट दे या ना दे, यह अलग विषय है। मेरा विषय यहां आता है कि एक परिवार को एक टिकट। मैं तो वैसे भी 2024 में चुनावी राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा 2019 में ही कर चुकी हूं। मैंने नड्डा जी को पत्र लिखा है और कहा है कि यदि यह अड़चन है तो मैं वर्तमान में अपनी सीट त्यागने को तैयार हूं।’’

लखनऊ कैंट लखनऊ जिले की नौ विधानसभा सीटों में एक है। लखनऊ कैंट सीट पर चौथे चरण में 23 फरवरी को मतदान होना है। मतगणना 10 मार्च को होगी।



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