विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही बाधित

punjabkesari.in Tuesday, Nov 30, 2021 - 02:30 PM (IST)

नयी दिल्ली, 30 नवंबर (भाषा) कांग्रेस, तेलंगाना राष्ट्र समिति समेत कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद अपराह्न दो बजकर करीब पांच मिनट पर तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।

सुबह प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने राज्यसभा के 12 सदस्यों को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित किए जाने के मुद्दे को उठाते हुए शोर-शराबा किया और सदन से वाकआउट किया। इस कारण प्रश्नकाल नहीं चल सका।
एक बार के स्थगन के बाद पुन: सदन की बैठक शुरू हुई तो तेलंगाना राष्ट्र समिति के सदस्य कृषि उत्पादों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) संबंधी विधेयक लाने की मांग करते हुए आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे । शोर शराबे के कारण कार्यवाही पुन: करीब एक घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी।

इससे पहले, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सुबह जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने को कहा, वैसे ही विपक्षी सदस्य अपनी बात रखते हुए शोर-शराबा करने लगे। कांग्रेस और कुछ अन्य दलों के सदस्य राज्यसभा के 12 विपक्षी सदस्यों के निलंबन का विरोध कर रहे थे। कुछ सदस्य कृषि कानून संबंधी विषय को भी उठा रहे थे।
विपक्षी सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने की अपील करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि यह प्रश्नकाल है, इसमें इतने महत्वपूर्ण सवाल हैं, ऐसे में ‘‘आप प्रश्न पूछिए। आप यहां चर्चा करने के लिये आए हैं। चर्चा करें तथा अच्छा वातावरण बनाये रखें।’’
बिरला ने शोर-शराबा कर रहे कुछ सदस्यों से कहा, ‘‘आप सदन में आंध्र प्रदेश पुनर्गठन से जुड़ा मुद्दा उठाते हैं और अब इस पर सवाल आ रहा है, ऐसे में सवाल पूछें।’’
इस बीच, विपक्षी सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा। कांग्रेस एवं कुछ अन्य दलों के सदस्यों ने सदन से वाकआउट भी किया।

व्यवस्था बनते नहीं देख अध्यक्ष ओम बिरला ने कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद अपराह्न 2 बजे तक के लिये स्थगित कर दी।

सदन की बैठक दोबारा शुरू होने पर तेलंगाना राष्ट्र समिति के सदस्य आसन के समीप आकर पोस्टर दिखा रहे थे जिन पर एमएसपी पर विधेयक लाने की मांग का उल्लेख था।

पीठासीन सभापति ए. राजा ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर जाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘‘जब आप सीटों पर जाकर बैठेंगे तभी अपनी बात रख सकेंगे। आपको बोलने का समान अवसर दिया जाएगा।’’
शोर-शराबा नहीं थमने पर पीठासीन सभापति ने कार्यवाही करीब पांच मिनट बाद अपराह्न तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘विपक्ष की आवाज दबाने के लिए राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों के साथ जो किया गया है, उसके विरोध में कांग्रेस एवं कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने लोकसभा से वाकआउट किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राज्यसभा में जो हुआ है उसका विरोध करते हुए हमने सोनिया गांधी जी की अगुवाई में सदन से वाकआउट किया। यह मामला राज्यसभा का है, लेकिन दूसरे सदन के सदस्यों के साथ जो हुआ है, उसके विरोध में हमने यह कदम उठाया है।’’
संसद के सोमवार को आरंभ हुए शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को पिछले मॉनसून सत्र के दौरान ‘‘अशोभनीय आचरण’’ करने के लिए, वर्तमान सत्र की शेष अवधि तक के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है।

शीतकालीन सत्र के पहले दिन भी लोकसभा में विपक्षी दलों ने किसानों के मुद्दे पर शोर-शराबा किया था। सदन में हंगामे के बीच ही तीन विवादित कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी कृषि विधि निरसन विधेयक 2021 को बिना चर्चा के मंजूरी प्रदान कर दी गई थी।


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