सुब्रमण्यम स्वामी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की
punjabkesari.in Thursday, Nov 25, 2021 - 12:44 AM (IST)
नयी दिल्ली, 24 नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। इससे कुछ दिन पहले उन्होंने कोलकाता में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की थी।
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद स्वामी ने कहा कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के राजनीतिक परिदृश्य के बारे में चर्चा की। दोनों नेताओं ने बैठक के बाद इसकी तस्वीरें भी साझा कीं।
भाजपा नेता से जब यह पूछा गया कि क्या वह टीएमसी में शामिल होंगे तो उन्होंने कहा, ''''मैं पहले ही उनके साथ हूं। पार्टी में शामिल होने की मुझे जरूरत नहीं है।''''
मंगलवार को कांग्रेस के दो और जनता दल (यूनाइटेड) के एक नेता ने टीएमसी का दामन थाम लिया था।
स्वामी ने ट्वीट किया, ''''मैं जितने भी राजनेताओं से मिला या उनके साथ काम किया, उनमें से ममता बनर्जी जेपी (जयप्रकाश नारायण), मोरारजी देसाई, राजीव गांधी, चंद्रशेखर, और पीवी नरसिंह राव से मेल खाती हैं। इन नेताओं की कथनी और करनी समान थी। भारतीय राजनीति में यह दुर्लभ गुण है।''''
बाद में बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर पश्चिम बंगाल से संबंधित मुद्दों तथा राज्य में बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने का आदेश वापस लेने पर चर्चा की।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद स्वामी ने कहा कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के राजनीतिक परिदृश्य के बारे में चर्चा की। दोनों नेताओं ने बैठक के बाद इसकी तस्वीरें भी साझा कीं।
भाजपा नेता से जब यह पूछा गया कि क्या वह टीएमसी में शामिल होंगे तो उन्होंने कहा, ''''मैं पहले ही उनके साथ हूं। पार्टी में शामिल होने की मुझे जरूरत नहीं है।''''
मंगलवार को कांग्रेस के दो और जनता दल (यूनाइटेड) के एक नेता ने टीएमसी का दामन थाम लिया था।
स्वामी ने ट्वीट किया, ''''मैं जितने भी राजनेताओं से मिला या उनके साथ काम किया, उनमें से ममता बनर्जी जेपी (जयप्रकाश नारायण), मोरारजी देसाई, राजीव गांधी, चंद्रशेखर, और पीवी नरसिंह राव से मेल खाती हैं। इन नेताओं की कथनी और करनी समान थी। भारतीय राजनीति में यह दुर्लभ गुण है।''''
बाद में बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर पश्चिम बंगाल से संबंधित मुद्दों तथा राज्य में बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने का आदेश वापस लेने पर चर्चा की।
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