मछुआरों को केसीसी से जोड़ने के लिए शुरू होगा जागरुकता अभियान- रुपाला
punjabkesari.in Sunday, Nov 21, 2021 - 08:40 PM (IST)
नयी दिल्ली, 21 नवंबर (भाषा) केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्यपालन मंत्री परषोत्तम रुपाला ने रविवार को कहा कि केंद्र मछुआरों के बीच किसान क्रेडिट का्र्ड (केसीसी) के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू करने करने जा रहा है।
रुपाला ने ओडिशा के भुवनेश्वर में विश्व मत्स्यपालन दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही मछुआरों के बीच एक जागरुकता अभियान शुरू करेगी। इसका मकसद उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड से जुड़े लाभों से परिचित कराना है।
सरकार ने वर्ष 2018-19 के बजट में किसान क्रेडिट कार्ड के दायरे में पशुपालकों एवं मछुआरों को भी शामिल करने की घोषणा की थी। इसके माध्यम से उन्हें वित्तीय समर्थन देने का फैसला किया गया।
रुपाला ने कहा कि मत्स्यपालन क्षेत्र में वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं और केंद्र सरकार वर्ष 2024-25 तक इस क्षेत्र के निर्यात के बढ़कर एक लाख करोड़ रुपये होने के लिए सभी जरूरी मदद दे रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों को भी एक-दूसरे से प्रेरित होकर इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण के अनुकूल मछली पकड़ने पर जोर देने की जरूरत है ताकि खपत बढ़ने के साथ इसे टिकाऊ भी बनाए रखा जा सके।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
रुपाला ने ओडिशा के भुवनेश्वर में विश्व मत्स्यपालन दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही मछुआरों के बीच एक जागरुकता अभियान शुरू करेगी। इसका मकसद उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड से जुड़े लाभों से परिचित कराना है।
सरकार ने वर्ष 2018-19 के बजट में किसान क्रेडिट कार्ड के दायरे में पशुपालकों एवं मछुआरों को भी शामिल करने की घोषणा की थी। इसके माध्यम से उन्हें वित्तीय समर्थन देने का फैसला किया गया।
रुपाला ने कहा कि मत्स्यपालन क्षेत्र में वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं और केंद्र सरकार वर्ष 2024-25 तक इस क्षेत्र के निर्यात के बढ़कर एक लाख करोड़ रुपये होने के लिए सभी जरूरी मदद दे रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों को भी एक-दूसरे से प्रेरित होकर इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण के अनुकूल मछली पकड़ने पर जोर देने की जरूरत है ताकि खपत बढ़ने के साथ इसे टिकाऊ भी बनाए रखा जा सके।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Recommended News
Recommended News
मैड़ी मेले में आए अमृतसर के श्रद्धालु की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, पुलिस जांच में जुटी
पेट की जिद्दी चर्बी हो जाएगी गायब, रोज पिएं ये 5 Drinks
Lok Sabha Election 2024: अमेठी और रायबरेली सीट पर कांग्रेस ने नहीं खोले पत्ते, सीईसी की बैठक में नहीं हुई चर्चा
Jatoli Shiv Temple in Solan, Himachal Pradesh: एशिया के सबसे ऊंचे जटोली शिव मंदिर में है स्फटिक मणि शिवलिंग