विदेश मंत्री जयशंकर ने प्रौद्योगिकी और डेटा के उपयोग में समानता, निष्पक्षता की वकालत की
punjabkesari.in Saturday, Nov 20, 2021 - 12:00 AM (IST)
नयी दिल्ली, 19 नवंबर (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि नयी प्रौद्योगिकी और डेटा के उपयोग में बुनियादी नियमन व समानता तथा निष्पक्षता की भावना होनी चाहिए।
''सिडनी डायलॉग'' में डिजिटल परिचर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि नया डिजिटल स्पेस और डेटा की दुनिया को ''''पूंजीवाद के 19वीं सदी के सिद्धांत'''' पर नहीं चलाया जा सकता है और उन्हें विनियमित करने के लिए प्रभावी मानदंडों की आवश्यकता है।
जयशंकर ने कहा, ''''अगर हमें अच्छा करना है, तो यह महत्वपूर्ण है कि लोकतांत्रिक समाज संतुलन कायम करें क्योंकि लोकतंत्र तभी आगे बढ़ेगा जब यह स्पष्ट हो जाएगा कि लोकतंत्र का कोई लाभ है।''''
''सिडनी डायलॉग'' उभरती, महत्वपूर्ण और साइबर प्रौद्योगिकियों पर केंद्रित एक मंच है।
विदेश मंत्री ने कहा, ''''एक तरफ हमें आजादी चाहिए, हमें खुलेपन और प्रवाह की जरूरत है, लेकिन दूसरी तरफ बुनियादी नियमन, समानता तथा निष्पक्षता की भावना होनी चाहिए।''''
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
''सिडनी डायलॉग'' में डिजिटल परिचर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि नया डिजिटल स्पेस और डेटा की दुनिया को ''''पूंजीवाद के 19वीं सदी के सिद्धांत'''' पर नहीं चलाया जा सकता है और उन्हें विनियमित करने के लिए प्रभावी मानदंडों की आवश्यकता है।
जयशंकर ने कहा, ''''अगर हमें अच्छा करना है, तो यह महत्वपूर्ण है कि लोकतांत्रिक समाज संतुलन कायम करें क्योंकि लोकतंत्र तभी आगे बढ़ेगा जब यह स्पष्ट हो जाएगा कि लोकतंत्र का कोई लाभ है।''''
''सिडनी डायलॉग'' उभरती, महत्वपूर्ण और साइबर प्रौद्योगिकियों पर केंद्रित एक मंच है।
विदेश मंत्री ने कहा, ''''एक तरफ हमें आजादी चाहिए, हमें खुलेपन और प्रवाह की जरूरत है, लेकिन दूसरी तरफ बुनियादी नियमन, समानता तथा निष्पक्षता की भावना होनी चाहिए।''''
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