लखीमपुर खीरी घटना : पंजाब, हरियाणा में किसानों का ‘रेल रोको’ आंदोलन

punjabkesari.in Tuesday, Oct 19, 2021 - 09:21 AM (IST)

चंडीगढ़, 18 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के संबंध में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने तथा गिरफ्तार करने की मांग को लेकर पंजाब और हरियाणा में किसान सोमवार को सुबह संयुक्त किसान मोर्चा के छह घंटे के ‘रेल रोको’ आंदोलन के तहत रेल की पटरियों पर बैठ गए।

इस प्रदर्शन से दोनों राज्यों में ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई जिससे यात्रियों को असुविधा हुई और उन्हें अपने सामान के साथ घंटों तक इंतजार करते हुए देखा गया।

पंजाब के लुधियाना, अमृतसर, जालंधर, मोगा, पटियाला और फिरोजपुर तथा हरियाणा के चरखी दादरी, सोनीपत, कुरुक्षेत्र, जींद, करनाल और हिसार समेत कई स्थानों पर प्रदर्शन हुए। महिलाओं समेत प्रदर्शनरत किसानों ने भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए और अजय मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग की। ‘रेल रोको’ प्रदर्शन के मद्देनजर रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने फिरोजपुर मंडल के चार प्रखंड (सेक्शन) अवरुद्ध कर दिए। फिरोजपुर शहर में फिरोजपुर-फाजिल्का प्रखंड और मोगा के अजितवाल में फिरोजपुर-लुधियाना प्रखंड बाधित हैं।

केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान संघों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने एक बयान में कहा था, ‘‘लखीमपुर खीरी मामले में जब तक न्याय नहीं मिल जाता, तब तक प्रदर्शन तेज किए जाएंगे।’’
एसकेएम ने बताया था कि ‘रेल रोको’ प्रदर्शन के दौरान सोमवार को सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक ट्रेन यातायात रोका जाएगा। उसने कहा, ‘‘लखीमपुर खीरी मामले में न्याय सुनिश्चित करने के लिए गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त और गिरफ्तार करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने देशव्यापी रेल रोको आंदोलन की घोषणा की है। एसकेएम ने अपने घटक दलों से 18 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक छह घंटे के लिए रेल यातायात रोकने का आह्वान किया है। एसकेएम रेलवे की किसी भी संपत्ति को कोई नुकसान पहुंचाए बिना, शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने के लिए कहता है।’’
पंजाब के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक लुधियाना रेलवे स्टेशन पर जोधपुर जा रहे एक व्यक्ति ने नाराजगी जतायी कि उसे स्टेशन पर पहुंचने के बाद प्रदर्शन के बारे में पता चला। उसने किसान नेताओं से आम आदमी को परेशान करने के बजाय नेताओं के आवासों का घेराव करने की अपील की।
लुधियाना स्टेशन पर अपने परिवार के साथ ट्रेन का इंतजार कर रहे एक व्यक्ति ने कहा कि उनके एक रिश्तेदार की मौत हो गयी है जिसके कारण उन्हें उत्तर प्रदेश के गोंडा जाना है।
पटियाला रेलवे स्टेशन पर दिनेश जोशी अपने बच्चे के लिए दूध और गर्म पानी की तलाश कर रहे थे क्योंकि जिस ट्रेन में वह यात्रा कर रहे थे वह किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण रुक गयी थी।

मोगा में, प्रदर्शनकारियों का एक समूह ‘जय जवान जय किसान’ का बैनर लेकर एक ट्रेन के आगे खड़ा हो गया जिससे ट्रेन को रोकना पड़ा। उन्होंने लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए चार किसानों की तस्वीरें भी ले रखी थी।
केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग करते हुए किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव श्रवण सिंह पंढेर ने सोमवार को कहा कि केएमएससी पंजाब के 11 जिलों में 20 स्थानों पर प्रदर्शन करेगी।

लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में मारे गए आठ लोगों में से चार किसान थे जिन्हें कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को ले जा रहे वाहन ने कुचल दिया था। किसानों ने दावा किया कि एक वाहन में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का पुत्र आशीष मिश्रा था। आशीष मिश्रा को इस मामले में नौ अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था।

दूसरी ओर हरियाणा के जींद जिले में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को किसानों तय समय के अनुसार सुबह 10 जगह-जगह रेलवे ट्रैकों पर बैठ गए ओर रेलमार्ग को बाधित कर दिया। इस दौरान किसानों ने रेलवे ट्रैक पर बैठ कर ही खाना खाया व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि किसान दिल्ली-फिरोजपुर रेलमार्ग पर आ गए जिसके चलते जम्मूतवी एक्सप्रेस ट्रेन को नरवाना रेलवे स्टेशन पर रोका गया। सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक किसान रेलवे ट्रैक पर बैठे रहे और जैसे ही किसान रेल मार्ग से उठे तो रोकी गई ट्रेनों को गंतव्य के लिए रवाना किया गया। इस दौरान रेलवे पुलिस भी पूरी तरह से सतर्क नजर आई और लगातार गश्त करती रही।
किसानों ने कहा कि वे शातिपूर्वक अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार उन्हें लखीमपुर खीरी प्रकरण को लेकर न्याय दे। वे किसी भी प्रकार से रेल और दूसरी सरकारी संपत्तियों को नुकसान नहीं पहुंचाएंगें।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के भिवानी में भी संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रेल रोको अभियान के तहत विभिन्न नाकों पर किसान मजदूर प्रात: 10 बजे रेल रोकने के लिए पहुंच गए।
उन्होंने बताया कि कालुवास फाटक पर प्रात: 10.30 बजे रोहतक से मालगाड़ी आ रही थी, जिसे आन्दोलनकारियों द्वारा रोक लिया गया और उस गाड़ी को वापिस बामला स्टेशन पर खड़ा कर दिया गया।
भारी बारिश के बाद भी सैंकडों किसान मजदूर व महिलाएं लोहारू में सुरजगढ़ नाके, सिवानी रेलवे स्टेशन, भिवानी में सूई व कालूवास फाटक पर रेल रोकने के लिए पहुंच गए।
कालुवास फाटक पर विभिन्न वक्ताओं नेलखीमपुर खीरी में गाडियों से कुचलकर मारे गए किसानों की हत्या के सभी दोषियों को कानून की धारा 302 के तहत गिरफ्तार किया जाए, तथा केंद्रीय मंत्री को तत्काल बर्खास्त किये जाने की मांग की ।



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