सिंघु बॉर्डर हत्या मामला: जो कुछ हुआ, उसकी जिम्मेदारी से एसकेएम बच नहीं सकता- कटारिया
punjabkesari.in Monday, Oct 18, 2021 - 03:23 PM (IST)
चंडीगढ़, 16 अक्टूबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया ने सिंघु बॉर्डर पर एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या किये जाने संबंधी घटना की शनिवार को कड़ी निंदा की और कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के विरोध स्थल पर जो कुछ हुआ, उसकी जिम्मेदारी से बच नहीं सकता।
अंबाला से सांसद कटारिया ने कहा, ‘‘जिस तरह तालिबान द्वारा किए गए बर्बर अपराधों और हत्याओं के बारे में सुना जाता था, उसी तरह लखबीर सिंह को मौत के घाट उतार दिया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विरोध स्थल (किसानों के) पर होने वाली किसी भी घटना की जिम्मेदारी संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की है। उसके प्रदर्शन स्थल पर जो कुछ हुआ है, उसकी जिम्मेदारी से वे बच नहीं सकते।’’
गौरतलब है कि पंजाब के तरन तारन जिले के मजदूर लखबीर सिंह (36) का शव शुक्रवार को दिल्ली-हरियाणा सीमा पर एक अवरोधक से बंधा हुआ पाया गया था। वहां केंद्र के नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी किसान डेरा डाले हुए हैं। सिंह का एक हाथ कटा हुआ मिला और शरीर पर धारदार हथियारों के कई घाव मिले।
कटारिया ने कहा कि शुक्रवार को घटनास्थल तक पहुंचने में हरियाणा पुलिस को विरोध और काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा। उन्होंने पूछा, ‘‘किसान संघ के नेता क्या कर रहे थे?’’
एसकेएम ने शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि "घटना के दोनों पक्षों", निहंग समूह और पीड़ित का मोर्चा से कोई संबंध नहीं था।
भाजपा नेता ने कहा कि इंसान कितनी भी बड़ी गलती कर ले, देश का कानून किसी की हत्या करने का हक नहीं देता।
हरियाणा के कृषि मंत्री जे पी दलाल ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा, "सभ्य समाज में ऐसी घटनाओं के लिए कोई जगह नहीं है।"
इस बर्बर घटना पर कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, "पूरी घटना की गहन जांच होनी चाहिए और दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा कि सरकार को प्रदर्शन कर रहे किसानों से भी बातचीत करनी चाहिए और जल्द से जल्द समस्या का समाधान करना चाहिए।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अंबाला से सांसद कटारिया ने कहा, ‘‘जिस तरह तालिबान द्वारा किए गए बर्बर अपराधों और हत्याओं के बारे में सुना जाता था, उसी तरह लखबीर सिंह को मौत के घाट उतार दिया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विरोध स्थल (किसानों के) पर होने वाली किसी भी घटना की जिम्मेदारी संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की है। उसके प्रदर्शन स्थल पर जो कुछ हुआ है, उसकी जिम्मेदारी से वे बच नहीं सकते।’’
गौरतलब है कि पंजाब के तरन तारन जिले के मजदूर लखबीर सिंह (36) का शव शुक्रवार को दिल्ली-हरियाणा सीमा पर एक अवरोधक से बंधा हुआ पाया गया था। वहां केंद्र के नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी किसान डेरा डाले हुए हैं। सिंह का एक हाथ कटा हुआ मिला और शरीर पर धारदार हथियारों के कई घाव मिले।
कटारिया ने कहा कि शुक्रवार को घटनास्थल तक पहुंचने में हरियाणा पुलिस को विरोध और काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा। उन्होंने पूछा, ‘‘किसान संघ के नेता क्या कर रहे थे?’’
एसकेएम ने शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि "घटना के दोनों पक्षों", निहंग समूह और पीड़ित का मोर्चा से कोई संबंध नहीं था।
भाजपा नेता ने कहा कि इंसान कितनी भी बड़ी गलती कर ले, देश का कानून किसी की हत्या करने का हक नहीं देता।
हरियाणा के कृषि मंत्री जे पी दलाल ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा, "सभ्य समाज में ऐसी घटनाओं के लिए कोई जगह नहीं है।"
इस बर्बर घटना पर कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, "पूरी घटना की गहन जांच होनी चाहिए और दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए।" उन्होंने कहा कि सरकार को प्रदर्शन कर रहे किसानों से भी बातचीत करनी चाहिए और जल्द से जल्द समस्या का समाधान करना चाहिए।
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