राजस्थान सरकार को विवादित विवाह पंजीकरण विधेयक वापस लेने के लिए मजबूर किया : बीजेवाईएम
punjabkesari.in Tuesday, Oct 12, 2021 - 10:48 PM (IST)
नयी दिल्ली, 12 अक्टूबर (भाषा) भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) ने मंगलवार को दावा किया कि उसने राजस्थान सरकार को हाल में पारित विवाह पंजीकरण विधेयक को वापस लेने के लिए विभिन्न प्रदर्शनों के माध्यम से मजबूर किया।
भाजपा की युवा शाखा ने एक बयान जारी कर कहा कि यह विधेयक ‘‘पश्चगामी’’ था और इससे ‘‘लोगों के लिये बाल विवाह कराना आसान हो जाता।’’
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार ने हाल में पारित विवाह पंजीकरण विधेयक पर फिर से गौर करने के लिए इसे वापस लेने का निर्णय किया है और चिंता जताई कि इसके प्रावधानों से बाल विवाह को बढ़ावा मिलेगा।
विपक्षी भाजपा और अधिकार कार्यकर्ताओं ने विधेयक के एक प्रावधान पर आपत्ति जताई थी।
बीजेवाईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने कहा कि यह विधेयक कानून का उल्लंघन है और इससे नाबालिग लड़कियों के शोषण को बढ़ावा मिलता।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
भाजपा की युवा शाखा ने एक बयान जारी कर कहा कि यह विधेयक ‘‘पश्चगामी’’ था और इससे ‘‘लोगों के लिये बाल विवाह कराना आसान हो जाता।’’
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार ने हाल में पारित विवाह पंजीकरण विधेयक पर फिर से गौर करने के लिए इसे वापस लेने का निर्णय किया है और चिंता जताई कि इसके प्रावधानों से बाल विवाह को बढ़ावा मिलेगा।
विपक्षी भाजपा और अधिकार कार्यकर्ताओं ने विधेयक के एक प्रावधान पर आपत्ति जताई थी।
बीजेवाईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने कहा कि यह विधेयक कानून का उल्लंघन है और इससे नाबालिग लड़कियों के शोषण को बढ़ावा मिलता।
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