जलवायु वित्त और कम लागत वाली प्रौद्योगिकी हस्तांतरण का वादा बिना देरी पूरा किया जाना चाहिए: भारत
punjabkesari.in Saturday, Sep 18, 2021 - 09:09 AM (IST)
नयी दिल्ली, 17 सितंबर (भाषा) भारत ने शुक्रवार को कहा कि विकसित देशों से विकासशील देशों को कम लागत वाली प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण तथा जलवायु वित्त के वादों को बिना किसी देरी के पूरा किया जाना चाहिए।
भारत ने इस बात पर जोर दिया कि जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करना एक साझा वैश्विक चुनौती है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा ऊर्जा और जलवायु विषय पर ऑनलाइन आयोजित मेजर इकोनॉमीज फोरम (एमईएफ) में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से मुकाबला करने के समान ही विकास का मुद्दा भी महत्वपूर्ण है और कोई भी पीछे नहीं छूटना चाहिए।
भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए मंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से मुकाबला करना साझा वैश्विक चुनौती है और हमारी प्रतिक्रिया भी समानता के मौलिक सिद्धांतों और संबंधित क्षमताओं पर आधारित होनी चाहिए।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
भारत ने इस बात पर जोर दिया कि जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करना एक साझा वैश्विक चुनौती है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा ऊर्जा और जलवायु विषय पर ऑनलाइन आयोजित मेजर इकोनॉमीज फोरम (एमईएफ) में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से मुकाबला करने के समान ही विकास का मुद्दा भी महत्वपूर्ण है और कोई भी पीछे नहीं छूटना चाहिए।
भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए मंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से मुकाबला करना साझा वैश्विक चुनौती है और हमारी प्रतिक्रिया भी समानता के मौलिक सिद्धांतों और संबंधित क्षमताओं पर आधारित होनी चाहिए।
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