कोविड प्रबंधन कर्मियों को हो रही विभिन्न कार्यों में संतुलन स्थापित करने में दिक्कत: अध्ययन
punjabkesari.in Friday, Sep 17, 2021 - 10:37 AM (IST)
नयी दिल्ली, 16 सितंबर (भाषा) भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा किए गए एक अध्ययन में सामने आया है कि कोविड प्रबंधन में शामिल स्वास्थ्यकर्मी काम के बोझ, परिवार से लंबे समय तक अलग रहने, लंबे समय तक असुविधाजनक उपकरणों के इस्तेमाल और परिवारों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के जोखिम जैसे विभिन्न मुद्दों का सामना कर रहे हैं।
इसके साथ ही उन्हें अपने कार्य और पारवारिक जीवन में संतुल स्थापित करने में भी दिक्कत हो रही है।
अध्ययन पिछले साल सितंबर और दिसंबर के बीच 10 राज्यों में किया गया जिसमें कोविड प्रबंधन में शामिल 111 स्वास्थ्यकर्मियों के साथ टेलीफोन पर बात की गई।
अध्ययन में डॉक्टर, नर्स, एम्बुलेंस चालक और सहायक कर्मचारी शामिल थे। उनमें से ज्यादातर ने कहा कि उन्हें अनियमित कार्य अवधि, काम के बोझ, परिवार से दूर रहने और परिवारों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के जोखिम जैसे विभिन्न मुद्दों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रतिभागियों ने कहा कि उन्हें अपने कार्य और पारवारिक जीवन में संतुल स्थापित करने में दिक्कत हो रही है और सबसे बड़ा मुद्दा लंबे समय से परिवारों से दूर रहने का है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
इसके साथ ही उन्हें अपने कार्य और पारवारिक जीवन में संतुल स्थापित करने में भी दिक्कत हो रही है।
अध्ययन पिछले साल सितंबर और दिसंबर के बीच 10 राज्यों में किया गया जिसमें कोविड प्रबंधन में शामिल 111 स्वास्थ्यकर्मियों के साथ टेलीफोन पर बात की गई।
अध्ययन में डॉक्टर, नर्स, एम्बुलेंस चालक और सहायक कर्मचारी शामिल थे। उनमें से ज्यादातर ने कहा कि उन्हें अनियमित कार्य अवधि, काम के बोझ, परिवार से दूर रहने और परिवारों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के जोखिम जैसे विभिन्न मुद्दों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रतिभागियों ने कहा कि उन्हें अपने कार्य और पारवारिक जीवन में संतुल स्थापित करने में दिक्कत हो रही है और सबसे बड़ा मुद्दा लंबे समय से परिवारों से दूर रहने का है।
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