दिल्ली में हुई बारिश से टूटा 46 साल का रिकॉर्ड, हवाई अड्डे सहित कई इलाकों में जलजमाव

punjabkesari.in Sunday, Sep 12, 2021 - 10:44 AM (IST)

नयी दिल्ली, 11 सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को भारी बारिश दर्ज की गई, जिससे दिल्ली में मॉनसून के दौरान बारिश का 46 साल का रिकॉर्ड टूट गया। बारिश से कई इलाकों में भारी जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। इसकी वजह से दिल्ली हवाई अड्डे पर विमानों का परिचालन प्रभावित हुआ और कई सड़कों पर भारी जाम लग गया और पानी से भरे अंडर पास में कई यात्री अपने वाहनों के साथ फंस गए।

दिल्ली वालों की सुबह बादलों के गड़गड़ाने और बिजली के चमकने के साथ शुरू हुई। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में सुबह साढ़े पांच से लेकर शाम साढ़े पांच बजे तक 121.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इससे पहले महीने की शुरुआत के लगातार दो दिन 100 मिलीमीटर - एक सितंबर को 112.1 मिमी और दो सितंबर को 117.7 मिमी-से अधिक बारिश दर्ज की गई थी।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी)के मुताबिक सितंबर में दिल्ली में प्रचुर मात्रा में बारिश हुई। शनिवार तक इस महीने में 383.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो गत 77 साल में सबसे अधिक है।
मौसम विभाग ने रविवार को भी आसमान में बादल छाए रहने और मध्यम से हल्की बारिश होने की संभावना जताई है।
लोकनिर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और नगर निकाय की एजेंसियों को शनिवार दोपहर डेढ बजे तक जलजमाव की 380 शिकायत मिली थीं। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली के नरेला इलाके में एक पुरानी इमारत गिर गई है। उत्तर दिल्ली नगर निगम ने इस इमारत को पहले ही खतरनाक ढांचा घोषित किया था। हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ
भारी बारिश के कारण हवाईअड्डे के प्रांगण में जलभराव हो गया, तीन उड़ानों को रद्द कर दिया गया और पांच विमानों का मार्ग परिवर्तित कर जयपुर और अहमदाबाद कर दिया गया।

दिल्ली हवाईअड्डे की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की गयीं जिनमें प्रांगण में कारों को पानी में डूबा दिखाया गया। कुछ वीडियो में लोगों को हवाईअड्डे के प्रवेश द्वार तक पहुंचने के लिए या तो पानी से गुजरते हुए या पानी से बचने के लिए ऊंचाई वाले स्थानों पर खड़े हुए देखा गया।

विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट किया कि उन्होंने हवाईअड्डा अधिकारियों से बात की है और ‘‘उन्हें बताया गया कि प्रांगण में भरे पानी की 30 मिनट के भीतर निकासी कर दी गयी।’’
सोशल मीडिया पर आए वीडियो में हवाईअड्डे के पास एयरोसिटी इलाके में भी सुबह जलभराव देखा गया और लोगों को जलमग्न सड़कों से अपनी कारों को निकालने की कोशिश करते हुए देखा गया। इस इलाके में कई लग्जरी होटल स्थित है।

वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने ट्विटर पर बताया कि ‘‘अचानक भारी बारिश होने के कारण हवाईअड्डे के प्रांगण में थोड़े समय के लिए जलभराव हो गया।’’
डायल ने बताया कि सुबह नौ बजे से कामकाज सामान्य हो गया है।

सूत्रों ने बताया कि खराब मौसम के कारण शनिवार सुबह हवाईअड्डे से पांच उड़ानों का मार्ग परिवर्तित किया गया। स्पाइसजेट की दो और इंडिगो तथा गो फर्स्ट की एक-एक उड़ानों का मार्ग परिवर्तित कर जयपुर की ओर कर दिया गया है। दुबई से दिल्ली आ रहे एक अंतरराष्ट्रीय विमान का मार्ग परिवर्तित कर अहमदाबाद कर दिया गया है।

उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली से रवाना होने वाली इंडिगो की तीन उड़ानों को खराब मौसम के कारण रद्द कर दिया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली की अग्निशमन सेवा ने पालम अंडरपास में फंसी बस से 40 यात्रियों को सुरक्षित निकाला। यह बस हवाई अड्डे की ओर आ रही थी। उन्होंने बताया कि मदद के लिए पूर्वाह्न 11 बजकर 30 मिनट पर कॉल आया, जिसके बाद अग्निशमन की दो गाड़ियों को मौके पर भेजा गया।

दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया, '''' सवारियों से भरी एक बस जलभराव के कारण पालम फ्लाईओवर के अंडरपास में फंस गई। दमकल की दो गाड़ियों को मौके पर भेजा गया और सभी सवारियों को बचा लिया गया और वे सुरक्षित हैं।''''
उन्होंने बताया कि बाहरी दिल्ली के मुंडका में टेम्पो और ट्रक में जलजमाव की वजह से फंसे 18 अन्य यात्रियों को भी सुरक्षित निकाला गया।

अधिकारियों ने बताया कि अग्निशमन सेवा को पश्चिमी दिल्ली के मायापुरी मेट्रो स्टेशन से कॉल आया था, जिसमें बताया गया कि एक महिला कार में फंस गई है जिसे अग्निशमन सेवा की टीम ने बचाया।

जलजमाव की वजह से आईटीओ, रिंग रोड, मुकरबा चौक, आजादपुर, पुल प्रहालादपुर और रोहतक रोड पर भारी यातायात जाम देखने को मिला। अधिकारियों ने बताया कि भारी जलजमाव की वजह से पुल प्रह्लादपुर अंडरपास को यातायात के लिए बंद करना पड़ा। दिल्ली में पेड़ गिरने की कम से कम 10 घटनाएं सामने आई हैं।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को बताया कि इस साल मॉनसून के अत्यधिक असामान्य मौसम में दिल्ली में अभी तक 1,100 मिलीमीटर बारिश हुई, जो 46 वर्षां में सबसे अधिक तथा पिछले साल दर्ज की गयी बारिश से लगभग दोगुनी है।

आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘सफदरजंग वेधशाला ने 1975 के मॉनसून के मौसम में 1,150 मिलीमीटर बारिश दर्ज की थी। इस साल बारिश पहले ही 1,100 के आंकड़े को पार कर गयी है और मॉनसून का मौसम अभी खत्म नहीं हुआ है।’’
आईएमडी के अनुसार, सामान्य तौर पर दिल्ली में मॉनसून के मौसम के दौरान 648.9 मिमी बारिश दर्ज की जाती है। मॉनसून का मौसम शुरू होने पर एक जून से 11 सितंबर तक शहर में सामान्य तौर पर 590.2 मिमी बारिश होती है। मॉनसून 25 सितंबर तक दिल्ली से चला जाता है।

नगर निकायों के अनुसार, डब्ल्यूएचओ बिल्डिंग के पास रिंग रोड, आईटीओ, एनएच-48 (हवाई अड्डा रोड),मोती बाग और आरके पुरम के अलावा मधु विहार, हरि नगर, रोहतक रोड, बदरपुर, सोम विहार, आईपी स्टेशन के समीप रिंग रोड, विकास मार्ग, संगम विहार, महरौली-बदरपुर रोड, पुल प्रह्लादपुर अंडरपास, मुनीरका, राजपुर खुर्द, नांगलोई और किराड़ी समेत अन्य मार्गों पर भी जलभराव देखा गया।

पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आईपी फ्लाईओवर से डब्ल्यूएचओ बिल्डिंग के बीच रिंग रोड पर जलजमाव की स्थित ‘ भारी बारिश’ और दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) की सीवर लाइन के ओवरफ्लो होने की वजह से उत्पन्न हुई है।

दिल्ली मेट्रो ने कहा कि जलजमाव की वजह से उसकी सेवाएं प्रभावित नहीं हुई हैं। खबर आई कि रेड लाइन के शहादरा और शास्त्री पार्क स्टेशन के बीच ऊपर से जा रही उपकरण लाइन (ओएचई) में कुछ खराबी आने के कारण सेवा में विलंब हुआ है, लेकिन अधिकारियों ने बारिश से समस्या आने की पुष्टि नहीं की।

मौसम विभाग के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री कम 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा, जो सामान्य से कम है।

दिल्ली यातायात पुलिस ने लोगों को उन सड़कों से बचने की सलाह दी है, जहां जल जमाव की स्थिति है।

यातायात पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48 का गुरुग्राम/परेड रोड क्रॉसिंग पर जल जमाव है। धौला कुआं से गुरुग्राम जाने वाले वाहन सबसे अधिक प्रभावित हैं। ये वाहन करियप्पा मार्ग पर दाहिने की ओर मुड़ कर और फिर बाएं की ओर थिमैया मार्ग पर थिमैया चौक होते हवाई अड्डा या गुरुग्राम पहुंच सकते हैं।’’
लोगों ने सड़कों पर जलभराव की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए।

ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में मधु विहार में कथित तौर पर सड़कों पर जलभराव दिखाया गया है जिसमें कुछ डीटीसी क्लस्टर बसों को पानी में खड़ा दिखाया गया और अन्य यात्री जलमग्न सड़कों से अपने वाहन को निकालते दिखे।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले महीने शहर की जल निकासी योजना पर बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता की थी और कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी की ‘जल निकासी प्रणाली को सुधारा जाएगा और इसे विश्वस्तरीय बनाया जाएगा और दिल्ली को जल जमाव की समस्या से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा था कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली द्वारा सुझाए उपायों से दिल्ली की जलनिकासी व्यवस्था मजबूत और पुख्ता होगी।

कांग्रेस और भाजपा की दिल्ली इकाई ने शहर को जलजमाव की समस्या से निजात दिलाने में आम आदमी पार्टी की सरकार के कथित तौर पर असफल होने पर निशाना साधा।
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने अरविंद केजरीवाल सरकार को ‘‘पीड़ा का मूकदर्शक’’ करार दिया। वहीं, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ‘लोगों के दुखों से बेखबर है।’’
एक बयान में भाजपा नेता बिधूड़ी ने दावा किया कि सड़क पर हालात का जायजा लेने के लिए दिल्ली सरकार का कोई मंत्री और अधिकारी नजर नहीं आ रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘पहले जलजमाव होने पर पंप से पानी निकाला जाता था लेकिन इस साल मॉनसून में केजरीवाल सरकार इन सब से आंख मूंदे हुए है। मुख्यमंत्री 10 दिन के लिए ध्यान के लिए राजस्थान में हैं जबकि उप मुख्यमंत्री उत्तराखंड और पंजाब के आगामी चुनावों के लिए राजनीति रैलियों में व्यस्त हैं।’’
चौधरी ने भी केजरीवाल की आलोचना की। उन्होंने एक बयान में कहा,‘‘जब राष्ट्रीय राजधानी की सड़कें मध्यम दर्जे की बारिश में भी पानी में डूबी हैं, तब मुख्यमंत्री छुट्टी लेकर अपनी व्यक्तिगत बेहतरी के लिए 10 दिनों के लिए विपश्यना करने गए हैं। दिल्लीवाले ट्रैफिक जाम और जलजमाव से पीड़ा का सामना कर रहे हैं।’’
मुख्यमंत्री केजरीवाल पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता और भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव तेजिंदर बग्गा ने वीडियो साझा किया, जिसमें वह पूर्वोत्तर दिल्ली के भजनपुरा में पानी से भरी सड़कों पर नौका चलाते दिख रहे हैं।



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