भारत जैविक मोटे अनाज का निर्यात डेनमार्क को करेगा: वाणिज्य मंत्रालय

punjabkesari.in Wednesday, May 05, 2021 - 10:38 PM (IST)

नयी दिल्ली, पांच मई (भाषा) वाणिज्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि उत्तराखंड में उत्पादित जैविक बाजरा की पहली खेप डेनमार्क को निर्यात की जाएगी।
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) उत्तराखंड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड (यूकेएपीएमबी) और निर्यातक कंपनी, जस्ट ऑर्गनिक के साथ सहयोग में, निर्यात के लिए किसानों से प्रसंस्कृत रागी (फिंगर मिलेट) और झिंगोरा (बर्नयार्ड मिलेट) खरीदा हैं। ये अनाज, यूरोपीय संघ के जैविक प्रमाणीकरण मानकों को पूरा करते हैं।
एपीडा के अध्यक्ष एम अंगामुतु ने कहा, ‘‘मोटा अनाज भारत का अद्वितीय कृषि उत्पाद हैं जिनकी वैश्विक बाजार में भारी मांग है।’’ उत्तराखंड में, मोटे अनाज की कई सामान्य किस्में प्रधान भोजन हैं। राज्य सरकार जैविक खेती का समर्थन करती रही है और जैविक प्रमाणीकरण के लिए किसानों का समर्थन कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘डेनमार्क के लिए बाजरा का निर्यात यूरोपीय देशों में निर्यात के अवसरों का विस्तार करेगा। उच्च पोषक तत्वों के कारण मोटे अनाज वैश्विक स्तर पर बहुत अधिक लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं और लस्सापन मुक्त (ग्लूटन मुक्त) भी हैं।’’ मौजूदा समय में, जैविक उत्पादों का निर्यात किया जाता है, बशर्ते वे जैविक कार्यक्रम (एनपीओपी) के राष्ट्रीय कार्यक्रम की आवश्यकताओं के अनुसार उत्पादित, संसाधित, पैक और लेबल किए जाते हों।
एनपीओपी प्रमाणीकरण को यूरोपीय संघ और स्विट्जरलैंड द्वारा मान्यता दी गई है जो भारत को अतिरिक्त प्रमाणन की आवश्यकता के बिना इन देशों को अप्रसंस्कृत संयंत्र उत्पादों का निर्यात करने की स्थिति में लाता है।


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PTI News Agency

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