बंगाल में भाजपा को मिली अप्रत्याशित बढ़त, नड्डा करेंगे राज्य का दौरा: विजयवर्गीय

punjabkesari.in Monday, May 03, 2021 - 11:09 PM (IST)

नयी दिल्ली, तीन मई (भाषा) भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने सोमवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ हो रही हिंसा तृणमूल कांग्रेस ‘‘प्रायोजित’’ है
विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन को पार्टी के लिए झटका मानने से इंकार करते हुए उन्होंने कहा कि हार के बावजूद भाजपा ने चुनाव में अप्रत्याशित बढ़त हासिल की है।

पश्चिम बंगाल के प्रभारी विजयवर्गीय ने बताया कि भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने और उनके साथ एकजुटता का भाव दर्शाने के लिए मंगलवार को बंगाल का दो दिवसीय दौरा करेंगे।

उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया कि तृणमूल कांग्रेस की ओर से भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ ‘‘प्रायोजित’’ हिंसा का जवाब देने के लिए भाजपा सड़कों पर उतरेगी।

उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव के बाद हिंसा की घटनाओं में राज्य में चार भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई जबकि 4000 घरों पर हमले हुए हैं।

विधानसभा चुनाव में 200 सीट जीतने का लक्ष्य रख भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया और बहुत ही आक्रामक अंदाज में चुनाव प्रचार भी किया लेकिन विजयवर्गीय ने नतीजों को भाजपा के लिए झटका मानने से इंकार कर दिया।

उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस और वाम दलों के गठबंधन ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले तृणमूल कांग्रेस से समझौता कर लिया और वो चुनावी परिदृश्य से गायब हो गए। इसका परिणाम ये हुआ कि उनका वोट बैंक तृणमूल कांग्रेस के साथ चला गया और उसने 213 सीटों पर जीत दर्ज की।

राज्य के राजनीतिक इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि कांग्रेस और वामपंथी दलों का खाता भी नहीं खुला।

भाजपा ने 77 सीटें पर जीत का परचम फहराया लेकिन 200 सीटों पर जीत का दावा करने वाली पार्टी की उम्मीदों के हिसाब से यह बहुत कम था।

विजयवर्गीय ने कहा कि भाजपा के प्रदर्शन को उसके पिछले प्रदर्शन के हिसाब से देखना चाहिए। पिछले चुनाव में भाजपा ने महज तीन सीटें जीती थी जबकि उसे महज 10 प्रतिशत ही मत मिले थे।

उन्होंने कहा कि झटका तब कहा जाता जब आपको सीटों का नुकसान होता। ऐसी जीत क्या किसी पार्टी ने कभी दर्ज की है। हमने अप्रत्याशित बढ़त दर्ज की है। राज्य की राजनीति अब दो दलों के बीच है जबकि कांग्रेस और वाम दल पूरी तरह से समाप्त हो गए हैं।

भाजपा नेता ने यह भी कहा कि व्हीलचेयर पर पूरा चुनाव प्रचार करने के कारण हो सकता है कि लोगों की संवेदनाएं बनर्जी के साथ रही हों।

इस बीच, भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी ने एक बयान जारी कर कहा कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की जीत के साथ ही उसके संरक्षण में ‘‘गुंडों द्वारा हिंसा का तांडव और खून से जीत का जश्न’’ मनाना शुरू हो गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘हैरानी की बात यह है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मूकदर्शक बनकर इन हिंसक घटनाओं की गवाह बन रही हैं लेकिन उन्होंने न तो इसकी निंदा की है, न प्रशासन को उन्होंने कोई दिशा-निर्देश दिए हैं और न ही उन्होंने अपराधियों व गुनाहगारों पर कोई कार्यवाही ही की है।’’
उन्होंने हिंसा की घटनाओं की निंदा करते हुए कहा कि यह ‘‘तांडव’’ जल्द ख़त्म होना चाहिए।

बलूनी ने कहा कि बंगाल में तृणमूल सरकार के संरक्षण में चल रही ‘‘हिंसा के तांडव’’ के मद्देनजर वस्तुस्थिति का जायजा लेने नड्डा मंगलवार से दो दिवसीय दौरे पर बंगाल में रहेंगे जहां वह हिंसा से प्रभावित भाजपा कार्यकर्ताओं एवं उनके परिजनों से मुलाक़ात करेंगे और प्रजातांत्रिक तरीके से हिंसा का विरोध करेंगे।

बलूनी ने बयान में कहा कि चुनाव परिणाम आने के 24 घंटे के अंदर भाजपा के कई कार्यकर्ताओं की नृशंस हत्या की खबर है।

उन्होंने कहा, ‘‘कई भाजपा कार्यकर्ताओं के घर और दुकान जला दिए गए हैं तो कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हैं।’’


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