केन्द्र से सहायता प्राप्त संस्थानों को मई में होने वाली ऑफलाइन परीक्षाएं स्थगित करने को कहा गया
punjabkesari.in Monday, May 03, 2021 - 08:50 PM (IST)
नयी दिल्ली, तीन मई (भाषा) देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों से उत्पन्न स्थिति को ध्यान में रखते हुए शिक्षा मंत्रालय ने केन्द्र सरकार से सहायता प्राप्त सभी संस्थानों से सोमवार को कहा कि वे मई में होने वाली सभी ऑफलाइन परीक्षाओं को स्थगित कर दें।
केन्द्र सरकार के निर्देश के दायरे में सभी आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी (ट्रिपल आईटी) और केन्द्रीय विश्वविद्यालय आएंगे।
केन्द्र से सहायता प्राप्त संस्थानों के प्रमुख को भेजी गयी चिट्ठी में उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे ने सभी से कहा है कि इस महीने होने वाली सभी ऑफलाइन परीक्षाओं को स्थगित कर दिया जाए।
शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ऑनलाइन परीक्षाएं आदि जारी रह सकती हैं। फैसले की समीक्षा जून, 2021 के पहले सप्ताह में की जाएगी। संस्थानों को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी जाती है कि अगर संस्थान में किसी को भी किसी प्रकार की सहायता की आवश्यकता हो तो तुरंत उसकी मदद की जाए ताकि वे संकट से जल्द से जल्द उबर सकें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सभी संस्थानों को पात्र लोगों को टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित करने की जरुरत है और यह सुनिश्चित करना है कि सुरक्षित बने रहने के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन हो।’’
देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के बाद उत्पन्न विकराल स्थिति की पृष्ठभूमि में परीक्षाओं पर यह फैसला लिया गया है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
केन्द्र सरकार के निर्देश के दायरे में सभी आईआईटी, एनआईटी, आईआईआईटी (ट्रिपल आईटी) और केन्द्रीय विश्वविद्यालय आएंगे।
केन्द्र से सहायता प्राप्त संस्थानों के प्रमुख को भेजी गयी चिट्ठी में उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे ने सभी से कहा है कि इस महीने होने वाली सभी ऑफलाइन परीक्षाओं को स्थगित कर दिया जाए।
शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ऑनलाइन परीक्षाएं आदि जारी रह सकती हैं। फैसले की समीक्षा जून, 2021 के पहले सप्ताह में की जाएगी। संस्थानों को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी जाती है कि अगर संस्थान में किसी को भी किसी प्रकार की सहायता की आवश्यकता हो तो तुरंत उसकी मदद की जाए ताकि वे संकट से जल्द से जल्द उबर सकें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सभी संस्थानों को पात्र लोगों को टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित करने की जरुरत है और यह सुनिश्चित करना है कि सुरक्षित बने रहने के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन हो।’’
देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के बाद उत्पन्न विकराल स्थिति की पृष्ठभूमि में परीक्षाओं पर यह फैसला लिया गया है।
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