ऑक्सीजन की कमी से बड़ा हादसा हो सकता है : केजरीवाल ने कोविड पर प्रधानमंत्री की बैठक में कहा

punjabkesari.in Friday, Apr 23, 2021 - 05:02 PM (IST)

नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (भाषा) कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से ‘बड़ा हादसा’ होने की आशंका जताते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि केन्द्र को सेना की मदद से सभी ऑक्सीजन संयंत्र अपने नियंत्रण में ले लेना चाहिए।

कोविड-19 की स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में केजरीवाल ने उनसे अनुरोध किया कि वह सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को राष्ट्रीय राजधानी में आने वाले ऑक्सीजन टैंकरों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित करने का निर्देश दें।

केजरीवाल ने बैठक में कहा, ‘‘ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग बहुत तकलीफ में हैं। हमें डर है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण बड़ा हादसा हो सकता है और हम खुद को कभी माफ नहीं कर सकेंगे। मुख्यमंत्री होने के बावजूद मैं दिल्ली के लोगों की मदद नहीं कर पा रहा हूं। मैं आपसे हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि दिल्ली आने वाले ऑक्सीजन टैंकरों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित करने का निर्देश सभी मुख्यमंत्रियों को दें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस संकट के समाधान के लिए राष्ट्रीय योजना की आवश्यकता है। केन्द्र सरकार को सेना की मदद से सभी ऑक्सीजन संयंत्रों पर नियंत्रण कर लेना चाहिए और वहां से निकलने वाले प्रत्येक टैंकर को सेना के वाहन और सैनिक सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाएं।’’
केजरीवाल ने कहा, ‘‘हम केन्द्र सरकार के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने हमारा ऑक्सीजन कोटा बढ़ाया है, लेकिन हम पिछले दो दिनों से ऑक्सीजन आपूर्ति की कोशिश कर रहे हैं। ओडिशा और पश्चिम बंगाल से दिल्ली आने वाली चिकित्सीय ऑक्सीजन को या तो हवाई मार्ग से लाया जाए या फिर केन्द्र द्वारा शुरू की गई ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ से उसे लाया जाए।’’
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकारों और केन्द्र सरकार द्वारा कोविड-19 टीके का अलग-अलग मूल्य लिए जाने पर भी आपत्ति जतायी और कहा कि यहां ‘‘एक देश, एक मूल्य’ की नीति का पालन होना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘एक देश में, हम एक ही वस्तु की दो कीमत अदा कर रहे हैं। यहां एक देश, एक मूल्य की नीति होनी चाहिए। पूरे देश को समान दर (कीमत) पर टीका मिलना चाहिए। देश में प्रत्येक व्यक्ति को बिना किसी अवरोध के टीका, दवाएं और ऑक्सीजन मिलना चाहिए।’’
केजरीवाल की सलाह बैठक के सीधा प्रसारण पर साझा की गयी।

मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा बाद में जारी बयान के अनुसार, ‘‘मुख्यमंत्री का संबोधन सीधे प्रसारण पर साझा किया गया क्योंकि केन्द्र सरकार से किसी भी स्तर पर लिखित या मौखिक ऐसा कोई निर्देश नहीं था कि इस बातचीत को सीधे प्रसारण पर साझा नहीं किया जा सकता। इससे पहले भी ऐसे कई उदाहरण हैं जहां जन हित और जरूरी महत्व की इस तरह की चर्चा को सीधे प्रसारण पर साझा किया गया है क्योंकि उसमें कोई गोपनीय बातचीत नहीं थी। लेकिन, अगर कोई दिक्कत हुई है तो हमें उसके लिए खेद है।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ शुक्रवार को ऑनलाइन बैठक की।
इस बीच केन्द्र सरकार के सूत्रों ने आरोप लगाया कि ‘‘केजरीवाल ने प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री चर्चा के मंच का इस्तेमाल राजनीति करने के लिए किया है।’’
एक सूत्र ने कहा, ‘‘उन्होंने हवाई मार्ग से ऑक्सीजन लाने की बात कही, लेकिन उन्हें यह पता नहीं है कि ऐसा पहले ही किया जा चुका है। उन्होंने ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ की बात की, लेकिन रेलवे के सूत्रों का कहना है कि उन्होंने (केजरीवाल) इस संबंध में उनसे (भारतीय रेल) कोई बात नहीं की है।’
सूत्र ने कहा, ‘‘उन्होंने टीके की कीमत को लेकर झूठ फैलाने का प्रयास किया जबकि उन्हें अच्छी तरह पता है कि केन्द्र अपने पास टीके की एक खुराक भी नहीं रखता है, सारा टीका राज्यों को दे दिया जाता है। सभी मुख्यमंत्रियों ने इस पर चर्चा की कि हालात में सुधार के लिए वे क्या करने वाले हैं। लेकिन केजरीवाल ने इस पर कुछ नहीं कहा कि वह क्या करने वाले हैं।’’

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