कोवैक्सीन हल्के से गंभीर कोविड19 संक्रमण में 78 प्रतिशत तक प्रभावी पाया गया: भारत बॉयोटेक
punjabkesari.in Wednesday, Apr 21, 2021 - 05:13 PM (IST)
नयी दिल्ली, 21 अप्रैल (भाषा) भारत बॉयोटेक ने बुधवार को कहा कि उसका कोरोना वायरस टीका कोवैक्सीन तीसरे चरण के अंतरिम विश्लेषण के तहत कोविड-19 संक्रमण के हल्के, मध्यम, और गंभीर लक्षण वाले मामलों में 78 प्रतिशत प्रभावी पाया गया है।
टीका बनाने वाली कंपनी ने कहा कि तीसरे चरण के अध्ययन का दूसरा अंतरिम आंकड़ा यह बताता है कि कोवैक्सीन टीका लेने के बाद इस संक्रमाम बीमारी के कारण व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती होने जरूरत 100 प्रतिशत तक कम हो जाती है (यानी अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत नहीं आती)।
भारत बॉयोटेक ने एक बयान में कहा कि हाल में कोरोना संक्रमण के बढ़े मामलों के बीच 127 कोविड संक्रमण लक्षण वाले मामले दर्ज किए गए। इसमें हल्के, मध्यम और गंभीर लक्षण वाले कोविड19 संक्रमण के प्रति यह टीका 78 प्रतिशत तक प्रभावी पाया गया।
वहीं बिना लक्षण वाले कोविड-19 संक्रमण के मामलों में यह 70 प्रतिशत प्रभावी पाया गया।
भारत बॉयोटेक के चेररमैन और प्रबंध निदेशक कृष्ण एला ने कहा, ‘‘सार्स-कोव-2 के विरुद्ध इसके प्रभावी होने की बात स्थापित हुई है। कोवैक्सीन ने मानव क्लिनिकल परीक्षण और आपात उपयोग के तहत बेहतर सुरक्षा प्रदान करने की क्षमता प्रदर्शित किया है। कोवैक्सीन अब वैश्विक नवप्रवर्तक टीका बन गया है जो भारत में अनुसंधान एवं विकास के जरिये तैयार किया गया है।’’
कोवैक्सीन के तीसरे चरण के अध्ययन में 25,800 प्रतिभागियों को शामिल किया गया जिनकी उम्र 18 से 98 साल थी। दूसरी खुराक देने के 14 दिन बाद विश्लेषण किया गया।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
टीका बनाने वाली कंपनी ने कहा कि तीसरे चरण के अध्ययन का दूसरा अंतरिम आंकड़ा यह बताता है कि कोवैक्सीन टीका लेने के बाद इस संक्रमाम बीमारी के कारण व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती होने जरूरत 100 प्रतिशत तक कम हो जाती है (यानी अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत नहीं आती)।
भारत बॉयोटेक ने एक बयान में कहा कि हाल में कोरोना संक्रमण के बढ़े मामलों के बीच 127 कोविड संक्रमण लक्षण वाले मामले दर्ज किए गए। इसमें हल्के, मध्यम और गंभीर लक्षण वाले कोविड19 संक्रमण के प्रति यह टीका 78 प्रतिशत तक प्रभावी पाया गया।
वहीं बिना लक्षण वाले कोविड-19 संक्रमण के मामलों में यह 70 प्रतिशत प्रभावी पाया गया।
भारत बॉयोटेक के चेररमैन और प्रबंध निदेशक कृष्ण एला ने कहा, ‘‘सार्स-कोव-2 के विरुद्ध इसके प्रभावी होने की बात स्थापित हुई है। कोवैक्सीन ने मानव क्लिनिकल परीक्षण और आपात उपयोग के तहत बेहतर सुरक्षा प्रदान करने की क्षमता प्रदर्शित किया है। कोवैक्सीन अब वैश्विक नवप्रवर्तक टीका बन गया है जो भारत में अनुसंधान एवं विकास के जरिये तैयार किया गया है।’’
कोवैक्सीन के तीसरे चरण के अध्ययन में 25,800 प्रतिभागियों को शामिल किया गया जिनकी उम्र 18 से 98 साल थी। दूसरी खुराक देने के 14 दिन बाद विश्लेषण किया गया।
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