केजरीवाल ने दिल्ली में ‘ऑक्सीजन संकट’ पैदा होने की बात कही, केंद्र से आपूर्ति बढ़ाने की अपील की

punjabkesari.in Tuesday, Apr 20, 2021 - 10:40 PM (IST)

नयी दिल्ली, 20 अप्रैल (भाषा) मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को केंद्र सरकार से ‘‘हाथ जोड़कर’’ अपील की कि दिल्ली को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाए और कहा कि कुछ अस्पतालों में कुछ घंटे में ऑक्सीजन खत्म होने वाली है। वहीं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि अगर बुधवार सुबह तक स्टॉक नहीं भरा गया तो महानगर में अफरा-तफरी की स्थिति हो जाएगी।

दिल्ली में आईसीयू बिस्तर भी तेजी से भर रहे हैं।

महानगर सरकार के ‘दिल्ली कोरोना ऐप’ के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी के सरकारी एवं निजी अस्पतालों में शाम आठ बजे तक कोरोना वायरस मरीजों के लिए केवल 30 बिस्तर उपलब्ध थे।

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली में ऑक्सीजन का गंभीर संकट बना हुआ है। मैं एक बार फिर केंद्र से आग्रह करता हूं कि दिल्ली को जल्द से जल्द ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाए। कुछ अस्पतालों में कुछ घंटे की ही ऑक्सीजन बची हुई है।’’
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘मैं केंद्र सरकार से हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि दिल्ली को तुरंत ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाए।’’
सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली के अधिकतर अस्पतालों में केवल आठ से 12 घंटे तक का ऑक्सीजन बचा हुआ है। हम पिछले सात दिनों से केंद्र से इनकी आपूर्ति बढ़ाने के लिए कह रहे हैं। अस्पतालों को अगर बुधवार सुबह तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती है तो दिल्ली में अफरा-तफरी की स्थिति हो जाएगी।’’
उन्होंने ट्विटर पर विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन के स्टॉक पर नोट भी साझा किया।

इस नोट के मुताबिक, लोक नायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल, दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल, बुराड़ी अस्पताल, आंबेडकर अस्पताल, संजय गांधी अस्पताल, बी एल कपूर अस्पताल और मैक्स अस्पताल पटपड़गंज उन अस्पतालों में शामिल हैं जहां केवल आठ से 12 घंटे तक का ऑक्सीजन बचा हुआ है।

सर गंगाराम अस्पताल ने कहा कि उनके पास केवल आठ घंटे का ऑक्सीजन बची हुई है। अस्पताल में कोविड-19 रोगियों के लिए 485 बिस्तर हैं जिनमें से 475 बिस्तर भरे हुए हैं। करीब 120 रोगी फिलहाल आईसीयू में हैं।

इसके अध्यक्ष डी. एस. राणा ने कहा, ‘‘6000 घनमीटर ऑक्सीजन बची हुई है और वर्तमान उपभोग की दर से यह रात एक बजे तक खत्म हो जाएगी। तुरंत आपूर्ति की जरूरत है।’’
उन्होंने रविवार को कोरोना वायरस रोगियों के लिए ऑक्सीजन की कमी को ‘‘आपातकाल’’ करार दिया था।

केजरीवाल ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कहा।

दिल्ली सरकार ने सोमवार को 24 सदस्यीय समिति का गठन किया था ताकि कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए ऑक्सीजन का ‘‘उचित’’ इस्तेमाल सुनिश्चित किया जा सके।

स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक ‘‘ऑक्सीजन ऑडिट समिति’’ इसके उपभोग के बर्बादी वाले क्षेत्रों की पहचान करेगी।

इसमें कहा गया कि काफी संख्या में कोविड-19 से गंभीर रूप से पीड़ित रोगियों के अस्पतालों में भर्ती होने से ऑक्सीजन की मांग काफी बढ़ गई है।

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा कि स्थिति से निपटने में केंद्र को ‘‘संवेदनशील एवं सक्रिय’’ होना चाहिए ताकि आपूर्ति को लेकर राज्यों में संकट नहीं हो।

राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 प्रबंधन के नोडल मंत्री सिसोदिया ने कहा कि सभी अस्पतालों से ऑक्सीजन की कमी को लेकर उन्हें एसओएस कॉल मिल रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ऑक्सीजन आपूर्ति करने वाले लोगों को विभिन्न राज्यों में रोका जा रहा है।

साथ ही दिल्ली के सरकारी एवं निजी अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए 4585 आईसीयू बिस्तर हैं जिनमें से रात आठ बजे तक केवल 30 उपलब्ध थे।



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