वैश्विक नेताओं ने किशारों की सेहत पर तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत होने की अपील की

punjabkesari.in Thursday, Apr 15, 2021 - 07:28 PM (IST)

नयी दिल्ली, 15 अप्रैल (भाषा) भारत समेत विभिन्न देशों की सरकारों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि 10 से 19 साल के 1.2 अरब किशोरों की मौजूदा पीढ़ी जलवायु परिवर्तन और कोविड-19 के कारण जोखिम में है।

ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक खुले पत्र में सरकारों और स्वास्थ्य क्षेत्र के दिग्गजों ने इन खतरों की रोकथाम के लिए समन्वित वैश्विक कार्रवाई की वकालत की है।

इस पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव राजेश भूषण, न्यूजीलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री और मातृ, नवजात और बाल स्वास्थ्य के लिए साझेदारी (पीएमएनसीएच) बोर्ड की अध्यक्ष हेलेन क्लार्क तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रस अधानम घेब्रेयेसस शामिल हैं।

हस्ताक्षर करने वालों में संयुक्त राष्ट्र और उससे संबंधित एजेंसियों, युवा संगठनों, सिविल सोसायटी, शिक्षा क्षेत्र तथा एशिया, अफ्रीका, अमेरिका एवं यूरोप के देशों की सरकारों के प्रतिनिधि भी शामिल हैं।

पत्र में 2019 में किशोरों की कुशलता के लिए किये गये कार्रवाई के आह्वान का समर्थन किया गया है जिसमें अभूतपूर्व तरीके से सरकारों, संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों, गैर-सरकारी संगठनों और शिक्षण संस्थानों ने किशोरों और नौजवानों के लिए अभूतपूर्व तरीके से मिलकर काम किया था।


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PTI News Agency

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