भारत के खाद्य अधिशेष देश होने के बावजूद उच्च कुपोषण बरकरार: नीति आयोग

punjabkesari.in Tuesday, Apr 13, 2021 - 08:02 PM (IST)

नयी दिल्ली, 13 अप्रैल (भाषा) नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने मंगलवार को कहा कि भारत के खाद्य-अधिशेष राष्ट्र होने के बावजूद देश में उच्च कुपोषण बना हुआ है और लोगों के बीच ‘‘व्यवहारगत परिवर्तन’’ के माध्यम से ही स्थिति में सुधार हो सकता है।

स्वास्थ्य एवं पोषण पर एक राष्ट्रीय डिजिटल संग्रह ‘पोषण ज्ञान’ की शुरुआत करते हुए कुमार ने कहा कि पोषण ज्ञान एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहल है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के अनुसार पोषण को एक ''जन आंदोलन'' बनाने में मदद कर सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘जमीन पर व्यवहारों में बदलाव के माध्यम से ही वास्तविक परिवर्तन लाया जा सकता है। भारत के खाद्य-अधिशेष (सरप्लस) राष्ट्र होने के बावजूद उच्च कुपोषण बना हुआ है, जो व्यवहारगत परिवर्तन की स्पष्ट आवश्यकता की ओर इशारा करता है।’’
इस कार्यक्रम में नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने कहा कि भारत में पोषण की चुनौती को विशेष रूप से जोखिम वाली श्रेणियों जैसे गर्भवती महिलाओं और छह साल से कम उम्र के बच्चों को व्यवहारिक अंतर्दृष्टि के माध्यम से लक्षित करके हल किया जाना चाहिए।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय सचिव राम मोहन मिश्रा ने पोषण ज्ञान पोर्टल की स्थापना की सराहना करते हुए कहा कि यह ज्ञान सबसे उपयोगी है और यह समाज की भलाई में सहायक होगा।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, पोषण ज्ञान संग्रह की अवधारणा एक संसाधन के रूप में की गई थी, जो स्वास्थ्य एवं पोषण के 14 विषयगत क्षेत्रों में संचार सामग्री की खोज को सक्षम बनाये।


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PTI News Agency

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