कर्ज माफी से इतर सोचें सरकारें, किसानों को सहयोग की जरूरत: नायडू
punjabkesari.in Wednesday, Mar 31, 2021 - 11:01 PM (IST)
नयी दिल्ली, 31 मार्च (भाषा) उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने किसानों की स्थिति में सुधार के लिए ‘अति आवश्यक’ सुधारों की जरूरत पर जोर देते हुए बुधवार को कहा कि सरकारों को कर्जमाफी से इतर सोचना चाहिए क्योंकि अब कृषकों को अवसंरचना एवं बिजली आपूर्ति के रूप में सहयोग की जरूरत है।
उन्होंने इस बात आह्वान भी किया कि सहकारी कदम उठाए जाएं और किसानों एवं कृषि वैज्ञानिकों के साथ बातचीत करके एक ऐसा ढांचा तैयार किया जाए कि किसानों को ठोस नतीजें मिल सकें।
वह भारत में कृषि से संबंधित एक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे।
आधिकारिक बयान के मुताबिक, उप राष्ट्रपति ने कहा कि युवाओं का गांवों की तरफ लौटना और खेती में आधुनिक तकनीकों की शुरुआत करना उत्साहजनक चलन है और इसमें आगे तेजी लाने की जरूरत है।
उन्होंने सुझाव दिया कि कृषि क्षेत्र में सुधार लाने के लिए केंद्र और राज्यों को इसे शीर्ष प्राथमिकता देनी चाहिए और समन्वित कदम उठाने चाहिए।
नायडू ने कहा कि कृषि की दिशा में संसद, नेताओं, नीति निर्माताओं और प्रेस को सक्रिय रूप सकारात्मक रुख दिखाने की जरूरत है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘‘कृषि को लाभप्रद बनाने के लिए आमूलचूल परिवर्तन आज की जरूरत है। हमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि विकास सतत हो।’’
कोरोना महामारी का हवाला देते हुए उप राष्ट्रपति ने संकट के इस समय में भी अन्न और सब्जियों की बड़े पैमाने पर पैदावार होने का उल्लेख किया।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
उन्होंने इस बात आह्वान भी किया कि सहकारी कदम उठाए जाएं और किसानों एवं कृषि वैज्ञानिकों के साथ बातचीत करके एक ऐसा ढांचा तैयार किया जाए कि किसानों को ठोस नतीजें मिल सकें।
वह भारत में कृषि से संबंधित एक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे।
आधिकारिक बयान के मुताबिक, उप राष्ट्रपति ने कहा कि युवाओं का गांवों की तरफ लौटना और खेती में आधुनिक तकनीकों की शुरुआत करना उत्साहजनक चलन है और इसमें आगे तेजी लाने की जरूरत है।
उन्होंने सुझाव दिया कि कृषि क्षेत्र में सुधार लाने के लिए केंद्र और राज्यों को इसे शीर्ष प्राथमिकता देनी चाहिए और समन्वित कदम उठाने चाहिए।
नायडू ने कहा कि कृषि की दिशा में संसद, नेताओं, नीति निर्माताओं और प्रेस को सक्रिय रूप सकारात्मक रुख दिखाने की जरूरत है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘‘कृषि को लाभप्रद बनाने के लिए आमूलचूल परिवर्तन आज की जरूरत है। हमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि विकास सतत हो।’’
कोरोना महामारी का हवाला देते हुए उप राष्ट्रपति ने संकट के इस समय में भी अन्न और सब्जियों की बड़े पैमाने पर पैदावार होने का उल्लेख किया।
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